पत्रकार रश्मि कुलश्रेष्ठ की शिवना लेखन में बड़ी दस्तक

'Shivna नवलेखन पुरस्कार' 2024 : Shivna के नवलेखन पुरस्कारों की घोषणी हुई। जिसके जरिये चार नए लेखकों ने साहित्य के क्षेत्र में दस्तक दी। शिवना नवलेखन पुरस्कार

डॉ. परिधि शर्मा का कहानी संग्रह और डॉ. अनन्या मिश्र के संस्मरण अनुशंसित।

सीहोर। साहित्य के क्षेत्र नए लेखकों की आमद साहित्य को समृद्ध करती है। शुक्रवार को Shivna के नवलेखन पुरस्कारों की घोषणी हुई। जिसके जरिये चार नए लेखकों ने साहित्य के क्षेत्र में दस्तक दी। शिवना नवलेखन पुरस्कार को शुरू करने की पहल समिति की अध्यक्ष सुधा ओम ढींगरा ने शिवना साहित्य समागम में की थी। जिसके बाद शिवना प्रकाशन के संचालक शहरयार ने पुरस्कार के लिए युवा लेखकों की पांडुलिपियाँ आमंत्रित की थीं।

ISRO ने सफलतापूर्वक PSLV-C59 रॉकेट के साथ यूरोपीय स्पेस एजेंसी के प्रोबा-3 सैटेलाइट लॉन्च किए

नवलेखकों ने बड़ी संख्या में अपनी पांडुलिपि सीहोर कार्यालय में शहरयार, इंदौर में ज्योति जैन, खंडवा में शैलेन्द्र शरण, दिल्ली में पारुल सिंह और अमेरिका में चयन समिति की अध्यक्ष सुधा ओम ढींगरा को भेजी। जिसके बाद चयन समिति ने पुरस्कार के लिए पांडुलिपियों में से चयन किया। ‘Shivna नवलेखन पुरस्कार’ 2024 के लिए रश्मि कुलश्रेष्ठ के उपन्यास ‘शेष रहेगा प्रेम’ और शुभ्रा ओझा के कहानी संग्रह ‘आख़िरी चाय’, को संयुक्त रूप से घोषित किया गया। इन्हें नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 में पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही नवलेखकों की ‌किताबों का विमोचन लेखक मंच पर विश्व पुस्तक मेले में ही किया जाएगा।

जीवन पर हमले के अगले दिन Sukhbir बादल ने की तख्त केसगढ़ साहिब में ‘सेवा’

पुरस्कृत लेखकों के साथ ही दो लेखकों की किताबों को समिति ने अनुशंसित भी किया है। जिसमें डॉ. परिधि शर्मा का कहानी संग्रह ‘प्रेम के देश में’ और डॉ. अनन्या मिश्र का संस्मरण ‘कही अनकही’ शामिल है। अनुशंसित किताबों का विमोचन भी विश्व पुस्तक मेले में ही किया जाएगा। शुक्रवार को घोषणा ऑनलाइन की गई। जिसमें नामों की घोषणा समिति अध्यक्ष सुधा ओम ढींगरा ने की किताबों के बारे में ‌‌विस्तार से साहित्यकार पंकज सुबीर ने चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन आकाश माथुर ने किया।

Syrian सेना ने हामा शहर से किया पीछे हटने का ऐलान

Shivna

Related Articles

Back to top button