शिमला : जिले 76.29 फीसदी कोरोना मरीज स्वस्थ, सक्रिय मरीज सिर्फ 322 बचे
शिमला। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक जिले में कोरोना के 1,637 मामले दर्ज हो चुके हैं। इसमें अच्छी बात यह है कि 1,249 मरीज संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। जिले का रिकवरी रेट 76.29 फीसदी है। हालांकि यह हिमाचल प्रदेश की रिकवरी रेट से सात फीसदी कम है। हिमाचल का रिकवरी रेट 83.65 फीसदी है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रिकवरी के मामले में सिरमौर जिला राज्य में अव्वल है। सिरमौर में 92.28 फीसदी मरीजों ने कोरोना से जंग जीत चुके हैं और इस जिले का रिकवरी रेट देश के रिकवरी रेट से भी अधिक है।
शिमला में गत एक माह से कोरोना का संक्रमण बढ़ा है। जिले के सभी इलाकों से संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना का अधिक प्रभाव शिमला शहर में देखा जा रहा है। शहर के विभिन्न हिस्सों में रोजाना संक्रमण के कई मामलों की पुष्टि हो रही है। आम लोगों से लेकर अधिकारी व जनप्रतिनिधि कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। हाल ही में कैबिनट मंत्री सुरेश भारद्वाज और उनकी पत्नी भी पॉजिटिव पाए गए थे।
शिमला जिले के लिए चिंताजनक यह है कि कोरोना से मरने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। अब तक 53 लोग कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। कांगड़ा के बाद शिमला दूसरा ऐसा जिला है, जहां कोरोना से सर्वाधिक लोगों की मौत हुई हैं। कांगड़ा में कोरोना से अब तक 54 मरीजों की जान गई है।
स्वास्थ्य विभाग के रविवार दोपहर तक के आंकड़ों के मुताबिक जिले में कोरोना के 322 सक्रिय मरीज शेष हैं, जिनमें अधिकतर होम आइसोलेशन में हैं। बीते 24 घण्टे के दौरान शिमला में 45 नए मामले उजागर हुई, वहीं 86 मरीजों ने कोरोना को मात दी है।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना के 17,261 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें 14,440 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 243 लोगों की मौत हुई है। राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 2553 रह गई है। रोजाना प्रदेशभर में तीन हज़ार करीब कोरोना टेस्ट किये जा चुके हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना के 3,22427 नमूनों की जांच की जा चुकी है।