अब विदेशी लेखों के ज़रिए अपने झूठ की दुकान सजा रही हैं शेहला रशीद

देशद्रोह के मामले में फंसी शेहला रशीद अपनी बात से पीछे हटने के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं हैं। उनके ट्वीट को भारतीय सेना द्वारा बेबुनियाद बताए जाने के बाद अब वो अंतर्राष्ट्रीय आर्टिकल्स का सहारा ले रही हैं। मंगलवार सुबह उन्होंने लगातार तकरीबन 30 पोस्ट किए जिसमे उन्होंने अलग अलग अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के बयान शेयर किए। उनका ये सिलसिला अभी भी जारी है।

जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष और कश्‍मीर पीपुल्‍स मूवमेंट (Kashmir People’s Movement) की नेता शेहला राशिद(Shehla Rashid) के ऊपर देश में देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। अगस्त में उन्होंने कश्मीर की स्थिति पर भारतीय सेना के खिलाफ ट्वीट किए थे जिन्हे भारतीय सेना ने बेबुनियाद बताया था। देश में कोई सहारा न दिखाई देने पर अब शेहला मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर से मुद्दे पर टिप्पणियां ढूंढ-ढूंढ कर ला रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया(International Media) के कुछ लेखों को बन्दूक बनाते हुए वे एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को लेकर भारतीय सेना पर गोलियां दाग रही हैं। वो उन अंतर्राष्ट्रीय लेखो को ट्वीट पर शेयर कर रही हैं जिनमे कश्मीर(kashmir) की स्थिति को गंभीर बताया जा रहा है। इनमे कई लेख कुछ तथाकथित कश्मीरी लोगों की एकतरफा कहानी पर आर्धारित हैं। इनमे वहां के स्वास्थ, अस्पताल और दवाइयां, लोगों की गिरफ़्तारी और दूसरी कहानियां शामिल हैं।

मीडिया को बेकार और भारत लोकतंत्र से ज़ार

अंतर्राष्ट्रियों लेखो का सहारा लेते हुए अब शेहला रशीद ने भारतीय मीडिया पर भी तंज कसा है। उन्होंने लिखा ”मीडिया के सभी मित्रों को एक संदेश: मैं अपने देशद्रोह के मामले / ट्वीट्स पर कोई साक्षात्कार नहीं दे रही हूं क्योंकि मुझे जो कहना था, मैंने वही कहा है। अब जमीन पर जाना और इन कहानियों को रिपोर्ट करना आपका काम है। मैं इसे अपने बारे में नहीं बनाना चाहती। यह कश्मीर के बारे में है।” इसके साथ ही उन्होंने भारतीय लोकतंत्र पर भी वार किया। सोमवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा ‘मुझे बताएं कि यह(भारत) अब लोकतंत्र नहीं है, और मैं वादा करती हूं कि मैं सरकार के कार्यों की आलोचना नहीं करुँगी।’

अपने बचाव में सुबूत पेश करती शेहला 

इसके साथ ही मंगलवार सुबह उन्होंने लगातार 30 अंतर्राष्ट्रीय लेखो को शेयर करते हुए 30 ट्वीट किए। कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ लेखो को ढूंढ कर ट्वीट करने का उनका ये सिलसिला अभी भी जारी है। ऐसा लग रहा है कि अपने खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने की वजह से वो ये कदम उठा रही हैं। संभावना है कि अपने बचाव में सुबूत पेश करने के लिए शेहला दुनिया के सभी छोटे से छोटे अखबार तक को छान लेंगी। उनके इस ट्वीट खेल में दुनिया भर के न जाने कितने अखबार और मीडिया प्लेटफार्म को भारत में एक पहचान मिलेगी। हालांकि सच्चाई छुपाए नहीं छिपती, तो शेहला कब तक इन लेखों के पीछे अपने आप को बचा पाएंगी। एक ज़िम्मेदार नेता बनने की जगह देश में नफरत फ़ैलाने की कोशिशें कर शेहला कब तक लोगों के बीच रह पाएंगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि ‘अखंड भारत’ को खंडित करने की कोशिश में शेहला कब तक और किस हद तक जाती हैं।

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