SBI, REC और PFC सहित बैंकों के शेयर गिर रहे हैं, विशेषज्ञों का कहना है कि अदानी से है संबंध?
SBI , पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा, REC, और PFC जैसी कंपनियों के शेयर 7% तक गिर गए।
गुरुवार को भारतीय बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) के शेयरों में गिरावट आई, जिसमें राज्य बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा, REC, और PFC जैसी कंपनियों के शेयर 7% तक गिर गए। यह गिरावट अमेरिकी अदालतों द्वारा गौतम अदानी पर एक कथित रिश्वत मामले में आरोप लगाए जाने के बाद आई, जिससे वैश्विक बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना और भारतीय शेयर बाजार पर भी असर पड़ा।
1. बैंकिंग और NBFC शेयरों में गिरावट
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में एक व्यापक बिकवाली देखी गई, जिससे बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में भारी गिरावट आई।
- बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर 7% से ज्यादा गिर गए।
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के शेयर 6% तक टूट गए।
- SBI के शेयर 5% से ज्यादा नीचे आए।
- इंडसइंड बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक के शेयरों में 3% से ज्यादा की गिरावट देखी गई।
Nifty Bank इंडेक्स भी 0.6% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था, जो बैंकिंग क्षेत्र की कमजोरी को दर्शाता है।
2. REC और PFC के शेयरों में भारी गिरावट
राज्य-स्वामित्व वाली कंपनियों, जैसे REC Ltd और PFC के शेयरों में भी गिरावट देखी गई।
- REC Ltd के शेयरों में 9% से ज्यादा की गिरावट आई।
- PFC के शेयर 8% तक टूट गए।
इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट का प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि इन कंपनियों का काफी हिस्सा अदानी समूह से जुड़ा हुआ है, और उन्हें अदानी समूह के वित्तीय संकट का सीधा असर पड़ सकता है।
3. गौतम अदानी से जुड़ी अनिश्चितता
गौतम अदानी पर अमेरिकी अदालतों में रिश्वत के आरोप लगे हैं, जो उनके व्यवसायों और उनके समूह की कंपनियों के भविष्य पर सवाल उठाते हैं। अदानी समूह के बड़े आकार और उनके द्वारा संचालित कई प्रमुख परियोजनाओं की वजह से, बाजार में यह चिंता पैदा हो गई है कि उनका संकट व्यापक असर डाल सकता है, विशेष रूप से उन वित्तीय संस्थानों पर जो अदानी समूह को लोन या वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं।
अदानी समूह के वित्तीय संकट का असर SBI बैंकों पर इसलिए भी पड़ सकता है क्योंकि कई प्रमुख भारतीय SBI बैंकों और वित्तीय कंपनियों ने अदानी समूह को बड़ी मात्रा में कर्ज दिया है। इसके अलावा, अदानी कंपनियों का हिस्सा होने वाली कंपनियों के स्टॉक्स में गिरावट ने निवेशकों को चिंतित किया है, जिससे बैंकिंग सेक्टर में भी बिकवाली देखी जा रही है।
4. विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों के अनुसार, अदानी समूह से जुड़े बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट का कारण उन संस्थानों का जोखिम बढ़ना है, जो अदानी समूह से जुड़े हुए हैं। यह गिरावट उस स्थिति को दर्शाती है, जहां निवेशकों को यह डर है कि अदानी समूह के संकट के कारण इन बैंकों और NBFCs के द्वारा किए गए कर्जे में डिफॉल्ट हो सकता है।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि हालांकि यह एक अस्थायी गिरावट हो सकती है, लेकिन अगर अदानी समूह का संकट लंबे समय तक जारी रहता है, तो इससे भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में और भी दबाव आ सकता है।
5. बाजार पर असर
गौतम अदानी पर लगे आरोपों के बाद, भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता और गिरावट का माहौल बना हुआ है। बैंकिंग सेक्टर में इस गिरावट का असर दिख रहा है, क्योंकि निवेशकों को यह चिंता सता रही है कि अदानी समूह का संकट इन बैंकों के वित्तीय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
आगे आने वाले दिनों में, बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने जोखिमों को किस तरह से मैनेज कर रहे हैं, ताकि इस तरह के संकट का उन पर ज्यादा असर न हो।
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गुरुवार को भारतीय बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट के पीछे प्रमुख कारण गौतम अदानी से जुड़े विवाद और उनके वित्तीय संकट का प्रभाव हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट अस्थायी हो सकती है, लेकिन अगर अदानी समूह के संकट के कारण बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है, तो इसका असर लंबे समय तक बैंकिंग सेक्टर पर पड़ सकता है।