महाराष्ट्र में फंसा है पेच, शरद पवार बन सकते हैं किंग मेकर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के छह दिन बाद भी सरकार गठन नही हो पा रही है । बीजेपी और शिवसेना में सत्ता को लेकर चल रही खींचतान बढ़ती जा रही है । जहां एक तरफ शिवसेना मंत्रिमंडल में आधी संख्या और शुरू के ढाई साल तक मुख्यमंत्री पद मांग रही है, वहीं बीजेपी ज़्यादा सीटों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी ठोक रही है । दूसरी तरफ शिवसेना की तरफ से आ रहे बयानों से गठबंधन टूटने की भी संभावनाएं जताई जा रही है । ऐसे में बीजेपी महाराष्ट्र में अपना मास्टरप्लान ‘प्लान 2014’ दोहरा कर एक बार फिर महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है । मिली जानकारी के अनुसार, बातचीत विफल होने की स्थिति में बीजेपी के एक धड़े ने शिवसेना के बिना सरकार बनाने की तैयारी भी शुरू भी कर दी है ।
महाराष्ट्र विधानसभा के कार्यकाल को मद्देनज़र रखते हुए राज्य में नौ नवंबर से पहले सरकर गठन होना जरूरी है । ऐसा न होने की स्थिति में संवैधानिक संकट खड़ा हो सकता है । ऐसे में बीजेपी वर्ष 2014 की तरह महाराष्ट्र में अकेले सरकार बना सकती है । हालांकि इस बार बीजेपी की सीटों में आई कमी इस प्लान में मुश्किल बन सकती है ।
शरद पवार के हाथ में है पावर
गौरतलब है कि प्लान 2014 महाराष्ट्र के 2014 में हुए विधानसभा चुनावो के बाद सरकार बनाने के लिए बीजेपी की रणनीति को कहा जा रहा है । 2014 में शिवसेना आखिर तक बीजेपी के खिलाफ खड़ी थी लेकिन अंतिम समय में अपरोक्ष रूप से उसे बीजेपी के साथ आना पड़ा था । और इस पूरे मास्टरप्लान में शरद पवार की पार्टी का एहम किरदार था।
2014 की तरह अगर इस बार भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 2014 की तरह विश्वासमत के समय सदन से वॉकआउट कर जाए तो सरकार अपना बहुमत सिद्ध कर सकती है। मसलन, 288 सदस्यों वाले महाराष्ट्र विधानसभा में अगर 54 सदस्यों वाली एनसीपी बहुमत के खेल से बाहर हो जाती है तो यह संख्या 234 रह जाएगी। इससे राज्य में बहुमत का आकड़ा 118 हो जाएगा। फिलहाल बीजेपी के पास 105 सीटें हैं, जिससे बहुमत साबित करने के लिए बीजेपी को सिर्फ 13 विधायकों की जरूरत पड़ेगी। और दिलचस्प है कि इस बार महाराष्ट्र में 13 निर्दलीय विधायक चुने गए हैं। वहीँ 15 से उपर छोटे दलों के विधायक हैं।
हो सकता है तख्तापलट
गौरतलब है कि बीजेपी का पूरा मास्टरप्लान अब शरद पवार के ऊपर टिका है। लेकिन एनसीपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। शरद पवार कभी शिवसेना का साथ देने के, तो कभी कांग्रेस के साथ विपक्ष में बैठने के संकेत दे रही है। ऐसे में बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए सभी रास्तों पर विचार कर रही है। क्योंकि इस समय शिवसेना और एनसीपी, दोनों के ही कदमो का सिर्फ अंदाज़ा लगाया जा सकता है।