अजित को लेकर दिखा परिवार में गुस्सा, बताई पार्टी और परिवार में फूट
महाराष्ट्र में अजित पवार के साथ मिलकर बीजेपी के सरकार गठन से राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया है। ऐसे में सबसे ज़्यादा हमला अजित पवार पर हो रहे हैं। शनिवार सुबह एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बाद शिवसेना और एनसीपी नेता अजित पवार पर हमला बोल रहे हैं। पार्टी ने इसे पीठ में छुरा भोंकने के बराबर बताया है। वहीँ प्रेस कांफ्रेंस कर शरद पवार ने अजित पवार पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है।
अजित पवार के इस कदम पर शरद पवार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अजित पवार का बीजेपी को समर्थन देने का फैसला पूर्ण रूप से निजी है। हालाँकि इस कदम से अजित पवार ने पार्टी को धोखा दिया है। इसके चलते पार्टी अजित पवार पर कड़ी कार्यवाही करेगी। माना जा रहा है कि उन्हें पार्टी ने निकाला जा सकता है। वहीँ उनकी बेटी सुप्रिया सुले ने इसे परिवार और पार्टी का टूटना बताया। उन्होंने अपने व्हाट्सएप्प स्टेटस के ज़रिये कहा कि पार्टी और परिवार में टूट हो गई है।
शरद पवार का दावा, हम ही बनाएंगे सरकार
इसके साथ ही प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शरद पवार ने दावा किया कि देवेंद्र फडणवीस बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे। हम सब एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि आज शाम की बैठक में आगे का फैसला तय होगा। हम जो निर्णय लेंगे, वो शिवसेना की सहमति के बिना नहीं लेंगे। मुझे कोई चिंता नहीं है। पहले भी मेरे साथ ऐसा हो चुका है। हमें राज्यपाल ने 30 नवंबर तक का वक्त दिया है। हमारे पास नंबर है और हम ही सरकार बनाएंगे।
शरद पवार के साथ हैं एनसीपी विधायक
अजित पवार को लेकर उन्होंने कहा कि अजित पवार के पास जो चिट्ठी थी उसमें सभी 54 विधायक हस्ताक्षर थे। अजित पवार के साथ 11 विधायक गए थे। इसमें दो विधायक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए हैं। इनके अलावा भी अजित के साथ गए विधायकों ने हमसे संपर्क किया था। वहीँ अजित पवार के साथ गए विधायक राजेंद्र शिंगने ने बताया कि हमें अजित पवार ने फोन किया था। हमें नहीं पता था कि हमें कहां ले जाया जा रहा है। वो विधायक दल के नेता थे तो उनका फोन आया, इसलिए हम चले गए। हमें शपथग्रहण का बिल्कुल अंदाजा नहीं था। हम शरद पवार के साथ हैं।
वहीँ चिट्ठी में विधायकों के हस्ताक्षर को लेकर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि हमने विधायकों से हस्ताक्षर लिए थे, शपथ के लिए इसका दुरुपयोग किया गया है। ये धोखे से बनाई गई सरकार है और विधानसभा के फ्लोर पर हारेगी। हालाँकि अजित पवार ने सभी दावों को ख़ारिज करते हुए कहा कि मैंने स्थाई सरकार देने के लिए फैसला लिया है। मैंने शरद पवार को सबकुछ पहले बता दिया था। उन्होंने बताया कि उन्होंने 10 दिन पहले ही शरद पवार को इसकी जानकारी दे दी थी।