सीएमओ ऑफिस का मौत का कच्चा चिट्ठा
सीएमओ ऑफिस का मौत का कच्चा चिट्ठा
सीएमओ ऑफिस का मौत का कच्चा चिट्ठा
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में अभी ट्रांसफर का मामला शांत भी नहीं हुआ है कि शामली जनपद में सीएमओ ऑफिस द्वारा किए गए फर्जीवाड़े का खुलासा सामने आया है हालांकि अभी कुछ दिन पहले एक फर्जी एमबीबीएस डॉक्टर का भी खुलासा सामने आया था जिसको लेकर सीएमओ ऑफिस में धरना प्रदर्शन भी किया गया था वहीं अब शामली जनपद में दोबारा से हॉस्पिटल में भर्ती करने का और हॉस्पिटलों को संचालित करने के नाम पर उगाही व फर्जीवाड़े का खुलासा सामने आया है।
दरअसल आपको बता दें कि मामला शामली जनपद का है जहाँ पर किसान नेता ने शामली सीएमओ ऑफिस मे हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा किया है जिसमें कुछ दिन पहले विनोद निरवाल ने बागपत के डॉक्टर एच पी सिंह के फर्जीवाड़े का खुलासा किया था जिसमें उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल द्वारा एचपी सिंह की डिग्री फर्जी बताई गई थी वहीं अब विनोद निरवाल ने शामली सीएमओ ऑफिस में तैनात कुछ कर्मियों के दस्तावेज सामने रखे हैं जिसमें बताया गया है कि उनको नियुक्ति जिस पद पर की गई थी वहां पर ना करके किसी अन्य पद पर की गई है वहीं शामली जनपद में चल रहे हॉस्पिटलों द्वारा भी अवैध उगाही करने और उनको फर्जी रूप से संचालित करने का मामला सामने आया है। ताजा मामला देव हॉस्पिटल से जुड़ा है जिसमें माननीय न्यायालय द्वारा हॉस्पिटल ना संचालित करने का आदेश पारित किया गया था वहीं देव हॉस्पिटल उसी जगह चल रहा है जिसमें खुद देव हॉस्पिटल के संचालन करने वाले मालिक ने खुद न्यायलय मे लिख कर दिया था कि वह कभी भी इस जगह पर स्वास्थ्य संबंधी कोई कार्य नहीं करेगा, वही माननीय न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए अब उसी जगह पर देव हॉस्पिटल के नाम से हॉस्पिटल चलाया जा रहा है जिसमें शामली सीएमओ व स्वास्थ्य विभाग की बड़ी संदिग्ध भूमिका नजर आ रही है क्योंकि जिस जगह माननीय न्यायालय ने खुद आदेश पारित किया था उसी जगह हॉस्पिटल चलाना स्वास्थ्य विभाग के ऊपर एक प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत सामने आ रही है। किसान नेता का कहना है कि वह सुबह के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि उक्त प्रकरण की जांच एक एसआईटी टीम का गठन कर उससे कराई जाए ताकि पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके और दूध का दूध पानी का पानी हो सके।