शामली : 9 बजे 9 मिनट और युवाओं का मोमबत्ती जलाओ अभियान
बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है और चुनाव से ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी और सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के खिलाफ राज्यवासी मुहिम रात 9 बजे 9 मिनट लानटेन जलाने के आवाहन पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपना समर्थन दिया और लोगो से रात 9 बजे 9 मिनट मोमबत्ती जलाने की बात पर शामली में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और युवाओं में इसका असरदेकने को मिला और लोगो ने 9 मिनट तक अपने घरों की लाइट बंद करकर मोमबत्ती जलाई।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान का इंतजार खत्म ही होने वाला है इसके बीच सभी सियासी दल अपनी रणनीतियों पर आगे बढ़ रहे हैं। इसी क्रम में विपक्ष में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादवने लोगो से अपील की थी कि बेरोजगारी और सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के खिलाफ राज्यवासी बुधवार यानी 9 सितम्बर को 9 बजे रात में 9 मिनट तक के लिए घर का लाइट ऑफ कर एक दीया, लालटेन या मोमबत्ती जलाएं। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की इस मुहिम का उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समर्थन किया था। अखिलेश ने ट्वीट में लिखा कि आइए युवाओं व उनके परिवार की बेरोज़गारी-बेकारी के इस अंधेरे में हम आज रात 9 बजे, 9 मिनट के लिए बत्तियां बुझाकर क्रांति की मशाल जलाएं, उनकी आवाज़ में आवाज़ मिलाएं और एक छंद भी लिखा था कि मुट्ठियां जब बंध जाती हैं नौजवानों की नींद उड़ जाती है ‘ज़ुल्मी हुक्मरानों’ की।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के इस आवाहन का शामली में खासा असर देखने को मिला और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नौजवानों ने अखिलेश यादव की इस मुहिम को अपना समर्थन देते हुए रात 9:00 बजे अपने घरों की लाइट बंद करकर मोमबत्तियां जलाई और सड़क पर मार्च भी निकाला। लोगों का कहना है कि मोदी सरकार ने सिर्फ जुमले दिए हैं और वह जिस विकास की बात कर रही थी उस विकास का आज तक कुछ पता नहीं चल पाया है साथ ही मोदी सरकार ने प्रतिवर्ष 2 करोड नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन हकीकत उसके उलट है आज नौजवान बेरोजगार घूम रहे हैं और महज एक हजार रूपा भत्ता लेकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। जिस समय देश की मोदी सरकार चुनाव मैदान में उतरी थी और उसने जो वादे किए थे वह अपने उन वादों को पूरा नहीं कर पाई है और वादा खिलाफी कर रही है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की इस मुहिम में शामिल होने वाले निर्भय कुमार ने बताया कि यह मामला देश के युवाओं का मामला है क्योंकि यह देश युवाओं का देश है और आपको मालूम है कि पिछले 6 साल पहले मोदी जी ने एक वादा किया था देश के युवाओं के साथ कि हम आपको हर साल दो करोड़ नौकरियां देंगे लेकिन आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि यह पहले से प्रधानमंत्री हैं और इन्होंने जो आपसे नौकरी अच्छी ना है सरकारी सेक्टर से भी और प्राइवेट सेक्टर से भी तो इससे यह हो रहा है कि अगर आप थोड़ा सा रिकॉर्ड देखेंगे अवसाद की स्थिति बढ़ गई है देश के युवाओं में तो जो वादा खिलाती है मोदी जी का देश के युवाओं से वह अब ज्यादा दिन चल नहीं सकता है। इसलिए युवा अपने हक के लिए अपने साथ हो रहे अत्याचार के लिए आज खड़ा हुआ है। हम लोग यही चाहते हैं कि जैसे देश के युवाओं का भविष्य नौकरी से है जो आप प्राइवेटाइजेशन कर रहे हैं एजुकेशन का उसके खिलाफ है दूसरी बात है कि आप इतने बड़े देश से का चुनाव 2 महीना में करा लेते हैं और 5 दिन बाद उसका रिजल्ट आ जाता है और हम फार्म भरते हैं 2016 में उसका पेपर होता है दो हजार अट्ठारह में और फिर उसका रिजल्ट 2020 में फंस जाता है 5 साल में जाकर एक चीज होती है तो आप गाइडलाइन निकालिए कि आप एक फॉर्म भरी है और उसके इतने दिन के अंदर आप उसको पूरा कीजिए नहीं तो उसकी जवाबदेही तय कीजिए और सरकारी संस्थाएं जो आप बेच रहे हैं उनको बेचना बंद कीजिए क्योंकि नवोदय विद्यालय में पढ़े हुए बच्चों की कोई प्राइवेट स्कूल का बच्चा बराबरी नहीं कर सकता है।