Shah का पलटवार: “घटियापन है, Kharge जी !!
Shah ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा जम्मू के कठुआ में भाजपा पर की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित Shah ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
Shah का खरगे पर पलटवार: “यह घटिया और शर्मनाक बात है”
नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा जम्मू के कठुआ में भाजपा पर की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित Shah ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। खरगे ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह उन्हें सत्ता से हटाकर ही दम लेंगे। इस बयान पर अमित शाह ने उन्हें निशाने पर लिया और इसे घटिया तथा शर्मनाक करार दिया।
खरगे की तबीयत और भाषण
खरगे के भाषण के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह मंच पर गिर पड़े। हालांकि, उन्होंने उठकर अपना भाषण जारी रखा और पीएम मोदी पर तीखे शब्दों में हमला किया। खरगे ने मोदी की नीतियों और सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति को आगे बढ़ाने की कोशिश की।
अमित शाह की प्रतिक्रिया
अमित शाह ने खरगे की इस टिप्पणी को लेकर कहा कि यह न केवल कांग्रेस अध्यक्ष के लिए बल्कि उनकी पार्टी के लिए भी शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि खरगे ने अपनी व्यक्तिगत समस्या को लेकर पीएम मोदी को घसीटने का काम किया, जो उनकी राजनीतिक कटुता का परिचायक है। शाह ने कहा कि यह बयान यह दर्शाता है कि कांग्रेस के नेता कितनी नफरत और डर के साथ मोदी के प्रति सोचते हैं, जिससे उनके मन में असुरक्षा का भाव है।
दीर्घायु की प्रार्थना
इसके साथ ही, शाह ने कहा कि वह और पीएम मोदी खरगे की दीर्घायु की कामना करते हैं। उन्होंने कहा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि खरगे जी लंबे समय तक जीवित रहें ताकि वे 2047 तक विकसित भारत का निर्माण होते देख सकें।” इस तरह का बयान देते हुए शाह ने यह संकेत दिया कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों की भलाई की भी कामना करते हैं, लेकिन साथ ही उनकी राजनीतिक स्थिरता को लेकर चिंता भी व्यक्त की।
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राजनीतिक परिदृश्य
इस वार्तालाप ने भारतीय राजनीति के गर्म होते माहौल में एक नई हलचल पैदा कर दी है। आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, यह स्पष्ट है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एक-दूसरे पर हमलावर हैं। खरगे के बयान और शाह के पलटवार ने यह साबित कर दिया है कि दोनों पार्टियों के बीच की प्रतिस्पर्धा और गहरी होती जा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष के बयान और अमित शाह की प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक बयानों में तीखापन और नफरत का स्तर बढ़ता जा रहा है। इस प्रकार की बयानबाजी आने वाले चुनावों में मतदाताओं पर भी प्रभाव डाल सकती है। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह राजनीतिक तकरार कैसे आगे बढ़ती है और इसके क्या परिणाम सामने आते हैं।