2025 तक सेंसेक्स 93,000 तक पहुंच सकता है: Morgan Stanley
2025 के अंत तक सेंसेक्स 93,000 के स्तर पर पहुंच सकता है। भारत के इक्विटी बाजार में सकारात्मक रुझान कायम है,
भारत के दीर्घकालिक विकास पर सकारात्मक दृष्टिकोण
मॉर्गन स्टैनली ने अनुमान लगाया है कि 2025 के अंत तक सेंसेक्स 93,000 के स्तर पर पहुंच सकता है। भारत के इक्विटी बाजार में सकारात्मक रुझान कायम है, जो मजबूत बुनियादी ढांचे और वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल से आंशिक रूप से अलग स्थिति के कारण है।
हालिया गिरावट के बावजूद भरोसा बरकरार
हाल ही में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा अक्टूबर में बड़े पैमाने पर बिकवाली के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद, मॉर्गन स्टैनली ने भारत के आर्थिक विकास और निवेश क्षमता पर भरोसा जताया है।
सरकार की नीतियों का प्रभाव
मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि भारत को “अन्य बाजारों से बेहतर प्रदर्शन करने वाला बाजार” बनाए रखने में सरकार की नीतिगत पहल ने अहम भूमिका निभाई है।
- उदारीकरण और सुधार: नीतियों में निरंतरता और आर्थिक सुधारों ने भारत को निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बना दिया है।
- बुनियादी ढांचे में सुधार: सड़क, रेलवे, और डिजिटल कनेक्टिविटी में निवेश ने भारत की दीर्घकालिक आर्थिक क्षमता को बढ़ाया है।
मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक संकेतक
भारत की अर्थव्यवस्था में लगातार वृद्धि और वित्तीय स्थिरता इसके मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक संकेतकों को दर्शाती है।
- विकास दर: वैश्विक मंदी के बीच भी भारत की जीडीपी वृद्धि दर उच्च स्तर पर बनी हुई है।
- मुद्रास्फीति पर नियंत्रण: आरबीआई की नीतियों ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने में मदद की है।
- मजबूत एफडीआई प्रवाह: विदेशी प्रत्यक्ष निवेश ने भारत की आर्थिक स्थिरता को और मजबूत किया है।
मॉर्गन स्टैनली की रणनीति
मॉर्गन स्टैनली ने अपनी निवेश रणनीति में भारत को प्राथमिकता देने की बात कही है।
- लंबी अवधि में निवेश का फोकस: दीर्घकालिक निवेशकों के लिए भारतीय बाजार अभी भी एक आकर्षक विकल्प है।
- वित्तीय और औद्योगिक क्षेत्रों पर जोर: बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश के लिए विशेष रुचि जताई गई है।
चुनौतियों से निपटने की क्षमता
भले ही भारत को वैश्विक बाजार की अस्थिरता और एफआईआई की बिकवाली जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन देश की आंतरिक शक्ति और सुधारवादी दृष्टिकोण ने इन चुनौतियों से निपटने की क्षमता को प्रदर्शित किया है।
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मॉर्गन स्टैनली का अनुमान भारत की दीर्घकालिक विकास क्षमता में उसके विश्वास को दर्शाता है। 2025 तक सेंसेक्स का 93,000 तक पहुंचना भारतीय बाजार की स्थिरता और वैश्विक निवेशकों के लिए इसके आकर्षण को दिखाता है। यह दृष्टिकोण भारत को वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान पर रखता है।