Sensex ने 5 सत्रों में 3,000 अंकों की छलांग लगाई; जानें प्रमुख कारण
Sensex ने लगभग 3,000 अंकों की छलांग लगाते हुए 82,000 का आंकड़ा पार कर लिया, जबकि निफ्टी ने 24,800 का स्तर तोड़ दिया।
पिछले पांच कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई है। Sensex ने लगभग 3,000 अंकों की छलांग लगाते हुए 82,000 का आंकड़ा पार कर लिया, जबकि निफ्टी ने 24,800 का स्तर तोड़ दिया। यह तेजी कमजोर दूसरी तिमाही के नतीजों और निराशाजनक जीडीपी आंकड़ों के बावजूद हुई है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम का असर
इस रैली की शुरुआत महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामों के समय से मानी जा रही है। इसके बाद, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की ओर से बढ़ती खरीदारी ने बाजार को और मजबूत किया।
गुरुवार का कारोबार
गुरुवार को Sensex ने अपने दिन के निचले स्तर से 1,300 अंकों की तेज रिकवरी की और 82,317.74 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। अंततः यह 809.53 अंकों की बढ़त के साथ 81,765.86 पर बंद हुआ।
निफ्टी भी 390 अंकों की उछाल के साथ 24,857.75 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा और अंततः 229 अंकों की बढ़त के साथ 24,696.45 पर बंद हुआ।
तेजी के प्रमुख कारण
- FIIs का सकारात्मक रुख
विदेशी संस्थागत निवेशकों का खरीदारी की ओर झुकाव बाजार को बढ़ावा देने में मुख्य भूमिका निभा रहा है। निवेशकों को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति नरम रहेगी, जिससे बाजार में निवेश का माहौल सकारात्मक बना रहेगा। - सेवा PMI का स्थिर प्रदर्शन
नवंबर के सेवा PMI आंकड़े स्थिर रहे, जो यह दर्शाते हैं कि बढ़ती मुद्रास्फीति के बावजूद व्यावसायिक गतिविधियों में स्थिरता बनी हुई है। - मुद्रास्फीति की चिंता में कमी
निवेशकों को भरोसा है कि आरबीआई की नीतियां मुद्रास्फीति के प्रभाव को संतुलित करने में मदद करेंगी। इसके अलावा, मौद्रिक नीति पर नरम रुख की उम्मीद ने निवेशकों के विश्वास को बढ़ावा दिया है। - तकनीकी समर्थन और बाजार मनोविज्ञान
तकनीकी स्तरों पर समर्थन और निवेशकों की बढ़ती रुचि ने बाजार में तेजी को बनाए रखा है।
विशेषज्ञों की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा, “बाजार में दिन के निचले स्तर से तेज रिकवरी हुई और यह मजबूती के साथ बंद हुआ। FIIs का सकारात्मक रुख और RBI की नरम नीति की उम्मीदें बाजार में तेजी का मुख्य कारण हैं।”
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर FIIs की खरीदारी जारी रहती है और घरेलू आर्थिक संकेतक स्थिर रहते हैं, तो बाजार में यह तेजी अगले कुछ सत्रों तक बनी रह सकती है। हालांकि, मुद्रास्फीति और वैश्विक बाजारों के उतार-चढ़ाव पर नजर रखना जरूरी होगा।
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Sensex और निफ्टी में आई इस तेजी ने भारतीय शेयर बाजार को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है। FIIs की बढ़ती भागीदारी, स्थिर आर्थिक संकेतक, और निवेशकों की सकारात्मक धारणा ने बाजार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आने वाले समय में बाजार की दिशा आर्थिक और वैश्विक संकेतकों पर निर्भर करेगी।