नाले में गंदगी देख भड़के भाजपा नेता,फोन कर अधिकारियों को दिया गलिया, वीडियो हुआ वायरल
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में इन दिनों भाजपा नेता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें भाजपा नेता नाले में हुई
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में इन दिनों भाजपा नेता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें भाजपा नेता नाले में हुई गंदगी को देख भड़क उठे और मौके से अधिकारियों को फोन कर गलिया दिया, तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार भाजपा नेता अधिकारियों को हड़काते हुए गलियां रहे हैं और कह रहे हैं कि मोदी जी और योगी जी के योजनाओं को तुम पलीता लगा रहे हो। भाजपा नेता ने अधिकारियों पर यह भी आरोप लगाया कि पर्चे लगाकर तुम लाखों निकाल लेते हो और यहां पर 10 हज़ार रुपए का भी काम नहीं हो रहा।
आपको बता दें कि जनपद शामली में भाजपा नेता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वह अधिकारियों को हड़काते हुए गलियाते हुए नजर आ रहे हैं जो भाजपा नेता अधिकारियों को गलिया रहे हैं अब आपको उनका परिचय करा देते हैं. दरअसल यह भाजपा नेता पूर्व मंत्री और वर्तमान में भाजपा के एमएलसी वीरेंद्र सिंह गुर्जर के पुत्र व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान है जो कि अपने क्षेत्र के गांव गंगेरू में पहुंचे थे जहां पर वह नाले में जमा हुई गंदगी को देख तिलमिला उठे और आनन-फानन में अधिकारियों को फोन घनघना दिया और अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए गलियाने लगे और बोले कि यहां पर नाले में गंदगी भरी हुई है और आप लोग ऐसी में बैठकर मजा ले रहे हैं और यह जो सचिव है इसको मैं नौकरी करना सिखाऊंगा.
यह जो पैसे हैं इसके बाप के थोड़े ही हैं इसी जनता के हैं. अधिकारियों को फोन पर धमकाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी और प्रधानमंत्री जी की योजनाओं पर पलीता लगाया जा रहा है. सफाई के लिए इतनी योजनाएं हैं सभी मंत्री खुद सड़कों पर उतरे हुए हैं पूरी सरकार सड़को पर उतरी हुई है और अधिकारी ऑफिस में एसी में बैठेंगे, नेताजी के गलियाने के बाद सभी अधिकारी आनन-फानन में गांव में पहुंचे तो भी नेता जी का गुस्सा शांत नहीं हुआ और नेता जी बोले कि पर्चे बनाकर तुम दो दो-तीन लांख रुपए निकलवा लेते हो और यहां पर 10 हज़ार का भी काम नहीं हो रहा और हम लोग जानते हैं कि काम कैसे होता है अब क्यों आये तुम. इतना ही नहीं साहब ने ग्राम प्रधान को भी नहीं बख्शा और उनको भी खरी-खोटी सुना डाली।
माना कि साहब भाजपा के बड़े नेता हैं और आप के नेता होने के नाते जनता का ध्यान रखने की जिम्मेदारी बनती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप इतना तिलमिला जाएं कि अपनी सब मर्यादा ही भूल जाएं और वोट बैंक के चक्कर में अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाकर उनको ही गलिया दें। साहब जिनको आप खरी-खोटी सुनाकर गलिया रहे हैं उनकी भी अपने पद की एक गरिमा है और वह भी एक संवैधानिक पद पर कार्यरत हैं इस बात को आप को नहीं भूलना चाहिए।