AAP को दूसरा बड़ा झटका: भारद्वाज और बेटे ने थामा BJP का दामन

AAP को एक और बड़ा झटका तब लगा, जब पार्टी के पूर्व निगम पार्षद राम नारायण भारद्वाज अपने बेटे प्रदीप भारद्वाज और समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए।

AAP राम नारायण भारद्वाज का भाजपा में Joining

आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका तब लगा, जब पार्टी के पूर्व निगम पार्षद राम नारायण भारद्वाज अपने बेटे प्रदीप भारद्वाज और समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। राम नारायण भारद्वाज 2017 से 2022 तक दिल्ली के बांकनेर (नरेला) वार्ड से निगम पार्षद रहे थे। उनका यह कदम AAP के लिए एक और बड़ा सियासी नुकसान है, खासकर ऐसे वक्त में जब दिल्ली में आगामी विधानसभा और अन्य चुनावों की सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं।

AAP हरशरण सिंह बल्ली के बाद दूसरा बड़ा झटका

राम नारायण भारद्वाज का भाजपा में शामिल होना AAP के लिए दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले, रविवार को कद्दावर नेता हरशरण सिंह बल्ली ने भी AAP छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। बल्ली के साथ-साथ अब भारद्वाज का भाजपा में शामिल होना, AAP के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। इस स्थिति में पार्टी के अंदरूनी विवादों और असंतुष्ट नेताओं के भाजपा में शामिल होने के मामलों पर सवाल उठ रहे हैं।

वीरेंद्र सचदेवा और योगेंद्र चांदोलिया का स्वागत

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और दिल्ली के सांसद योगेंद्र चांदोलिया ने राम नारायण भारद्वाज और उनके बेटे प्रदीप भारद्वाज का पार्टी में स्वागत किया। इस अवसर पर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। उनकी नीतियों से प्रभावित होकर अन्य पार्टियों के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं।” सचदेवा का यह बयान न केवल भारद्वाज के भाजपा में शामिल होने के संदर्भ में था, बल्कि यह भाजपा की बढ़ती सियासी ताकत और लोकप्रियता को भी दर्शाता है।

बाहरी दिल्ली में भाजपा को मिलेगा लाभ

वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा कि राम नारायण भारद्वाज के भाजपा में शामिल होने से बाहरी दिल्ली में पार्टी को और मजबूती मिलेगी। बांकनेर क्षेत्र में भारद्वाज का खासा प्रभाव था, और अब उनकी भाजपा में शामिल होने से पार्टी को इस इलाके में राजनीतिक बढ़त मिल सकती है। भाजपा यह उम्मीद कर रही है कि इस कदम से बाहरी दिल्ली में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को और भी मजबूत किया जा सकेगा।

AAP में असंतोष की बढ़ती लहर

राम नारायण भारद्वाज का भाजपा में शामिल होना यह भी साबित करता है कि AAP में असंतोष की लहर जारी है। पार्टी के भीतर कई ऐसे नेता और कार्यकर्ता हैं जो अंदरूनी असंतोष के चलते BJP या अन्य दलों में शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा, दिल्ली की राजनीति में हरशरण सिंह बल्ली जैसे बड़े नेताओं का भाजपा में शामिल होना और अब भारद्वाज का भाजपा का दामन थामना यह संकेत देता है कि AAP के अंदर चुनावी और संगठनात्मक संकट गहरा हो सकता है।

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राम नारायण भारद्वाज का भाजपा में शामिल होना AAP के लिए एक और बड़ा नुकसान है। पार्टी में बढ़ते असंतोष, संगठनात्मक समस्याओं और नेता स्तर पर बदलाव की जरूरत को देखते हुए AAP को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा। वहीं, भाजपा इस अवसर को अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने के रूप में देख रही है, और उसे उम्मीद है कि आगामी चुनावों में इससे पार्टी को फायदा मिलेगा। अब, AAP को इन घटनाओं से सबक लेकर पार्टी की स्थिति को संभालने और सियासी मैदान में अपनी पकड़ को मजबूत करने की आवश्यकता होगी।

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