एसडीएम ने किसानों की 100 बीघा में से 45 बीघा ज़मीन रिश्वत के तौर पर हड़प ली

एक एसडीएम ने एक बड़े विवाद की चर्चा में आया है, जहां उन्होंने किसानों की 100 बीघा ज़मीन में से 45 बीघा रिश्वत के तौर पर हड़प ली है। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है और पुलिस अधिकारियों ने उनकी छुट्टी ले ली है।

फिरोजाबाद में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसमें सिरसागंज तहसील के गांव रूधैनी में एक किसान योगेन्द्र शर्मा नामक व्यक्ति ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उनका कहना है कि अधिकारियों ने करोड़ों रुपए की जमीन का दूसरे पक्ष में निर्णय देने के बदले में अपने रिश्तेदारों के नाम पर बैनामा कर लिया है।

यह मामला फिरोजाबाद के सिरसागंज थाना के अंतर्गत आता है। एक 75 बीघा जमीन के विवाद के चलते एसडीएम सिरसागंज के न्यायालय में मामला चल रहा था, जिसमें 7 जून 2024 को एक आदेश होना था और इसके लिए दोनों पक्षों को बुलाया गया था।

लेकिन पीड़ित पक्ष योगेंद्र शर्मा जब एसडीएम के न्यायालय पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि आदेश पहले से ही जारी हो चुका है, जबकि अपील करता के भाई बेदेन्द्र शर्मा ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि 7 जून 2024 को दिया गया आदेश फर्जी वसीयतकर्ता के पक्ष में है और इसके बाद 11 जून 2024 को उसी जमीन का दाखिला खारिज भी कर दिया गया था।

इसके अलावा, 12 जून 2024 को इस जमीन को 10 लोगों के नाम पर बिक्री कर दी गई, जिसमें पीड़ित व्यक्ति का आरोप है कि आदेश के बदले एसडीएम सिरसागंज विवेक राजपूत के रिश्तेदार और जिला जालौन निवासी दीपक राजपूत और अर्जुन सिंह गुर्जर के नाम पर कर दिए गए थे।

इसके अलावा, तीन बैनामा नायब तहसीलदार नवीन कुमार के जानकारों और रिश्तेदारों अनीता सिंह, महिपाल सिंह, और राजश्री चाहर, जो कि डिफेंस कॉलोनी, आगरा, और हैं, के नाम पर किये गए थे।

एक एसडीएम ने एक बड़े विवाद की चर्चा में आया है, जहां उन्होंने किसानों की 100 बीघा ज़मीन में से 45 बीघा रिश्वत के तौर पर हड़प ली है। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है और पुलिस अधिकारियों ने उनकी छुट्टी ले ली है।

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