स्कॉर्पियो और एक फ्लैट पर बिक रहे हैं जिला पंचायत सदस्य
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया जारी है और इस प्रक्रिया में राजनीति के साथ-साथ खरीद-फरोख्त भी जमकर हो रही है, जी हां आप यह सोच कर हैरान मत होइए,
इस वक्त उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत सदस्य की कीमत एक फ्लैट और स्कॉर्पियो गाड़ी बताई जा रही है, आइए आपको बताते हैं कि कौन से इलाके में कौन से प्रत्याशी की कितनी कीमत है और इस वक्त मार्केट में क्या कीमत चल रही है साथ में राजनीतिक गलियारों में कौन से पार्टी के बारे में कानाफूसी हो रही है जो सबसे ज्यादा सदस्य खरीदने की तैयारी में है, और क्या है पर्दे के पीछे की कहानी
उत्तर प्रदेश में इस वक्त किसी का भाव है तो वह है जिला पंचायत सदस्यों का, राजनीतिक पार्टियां इस वक्त जिला पंचायत सदस्यों के पीछे और रुपए का और चार पहिया गाड़ी लेकर दौड़ रही है, बस सदस्य महाराज मान जाए
जिला पंचायत सदस्यों का भाव उत्तर प्रदेश महानगरों में बढ़ता जा रहा है, वहीं छोटे जनपदों में जिला पंचायत सदस्य राजनीतिक दबाव में उठा लिया जा रहा है मगर रुपया और चार पहिया उनको भी दिया जा रहा है, महानगरों में जिला पंचायत सदस्यों की कीमत एक फ्लैट या प्लाट और एक चार पहिया गाड़ी की कीमत बताई जा रही है, वही छोटे जिलों में जिला पंचायत सदस्यों की कीमत 10 लाख रुपए और एक चार पहिया गाड़ी बताई जा रही है, जिससे यह साफ है, इस वक्त उत्तर प्रदेश में किसी का बोलबाला है तो वह जिला पंचायत सदस्यों का।
इस वक्त जिला पंचायत सदस्यों को सबसे ज्यादा जरूरत उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को दिखाई दे रही है, क्योंकि पंचायत के चुनाव में पहले नंबर की जगह समाजवादी पार्टी ने जब से बनाया है तब से जिला पंचायत सदस्य को अपनी तरफ इकट्ठा करके जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की कवायद बीजेपी ने शुरू कर दी है, फिलहाल सपा और बीजेपी दोनों इस वक्त अध्यक्ष बनाने के मुकाबले में दिखाई दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ चुनाव में नंबर वन के मैदान पर पहुंची सपा अपने विपक्षी यानी बीजेपी पर यह आरोप लगा रही है कि वह अन्य पार्टियों के और निर्दल सदस्यों को खरीदने में लगे हुए हैं फिलहाल सदस्यों के खरीदने की रकम राजनीतिक गलियारों में आम हो चली है।