अयोध्या जमीन खरीद मामले में बढ़ सकता है जांच का दायरा
अयोध्या में अफसरों व नेताओं द्वारा जमीन खरीद मामले में जांच का दायरा और बढ़ सकता है। राजस्व विभाग ने बरहटा मांझा गांव और इसके आसपास हाल के कुछ सालों में ली गई जमीनों का ब्योरा जुटाने का काम शुरू कर दिया है। विशेष सचिव राजस्व राधेश्याम मिश्रा ने अयोध्या से जमीन संबंधी सभी दस्तावेज मंगा लिए हैं। इसकी पड़ताल करने के बाद वह अपनी रिपोर्ट इसी सप्ताह अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह को सौंप सकते हैं। इसके बाद इसे मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर अयोध्या में बरहटा मांझा गांव में जमीन खरीद मामले की जांच शुरू हुई है। इस गांव में आईएएस, पीसीएस, बिजली विभाग के अवर अभियंताओं, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ ही नेताओं आदि ने औने-पौने दामों पर जमीनें खरीदी हैं। कुछ जमीनें तो दलितों से ट्रस्ट बनाकर ली गई और बाद में इस ट्रस्ट के सहारे लोगों को बेच दी गई।
मुख्यमंत्री ने इस मामले का खुलासा होने के बाद पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है। विशेष सचिव राजस्व ने इसकी जांच शुरू कर दी है। जांच में राजस्व विभाग के अधिकारियों से मौका-मुआयना करते हुए जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज मांगे गए हैं। कागजात एकत्र हो चुका है। इसमें यह पता लगाया जा रहा है कि कितनी जमीनें कब-कब किसने खरीदी हैं।
जमीनें नियमों के दायरे में ली गई हैं या फिर नियम विरुद्ध। नियमों के विपरीत जाकर जमीन लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई के साथ उनकी जमीनें जब्त भी हो सकती हैं। अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह का कहना है कि जल्द ही उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी।