9वीं-11वीं के छात्रों के लिए आज से खुले स्कूल, मिड टर्म परीक्षाओं का किया ऐलान
मार्च से स्कूल बंदी के कारण घरों से डिजिटली शिक्षा हासिल कर रहे 9वीं-11वीं के छात्रों के लिए आज से राजधानी के स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल इन छात्रों के मिड टर्म-वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी व प्रक्टिकल-प्रोजेक्ट कार्य के लिए कोविड-19 नियमों से खोले जा रहे हैं। साथ ही छात्र किसी भी विषय में आ रही परेशानी को भी थ्यूरी क्लास में शिक्षक से पूछ सकेंगे। स्कूलों के लिए निदेशालय ने मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) जारी की है। 9वीं-11वीं के छात्रों को उनके अभिभावकों की लिखित अनुमति लेकर ही स्कूल आना होगा।
मिड टर्म व वार्षिक परीक्षाओं के लिए गाइड
स्कूलों की लैब व कक्षाओं में एक समय में केवल 12-15 छात्रों को ही आने की अनुमति दी गई है। फिलहाल स्कूल में प्रार्थना सभा या आउटडोर गतिविधियां आयोजित करने की अनुमति नहीं होगी। खांसी, जुकाम, बुखार आदि लक्षण वाले छात्रों को आने की अनुमति नहीं होगी। स्कूल में आपातकालीन स्थिति के लिए एक क्वारंटीन रूम भी तैयार रखने को कहा गया है। कंटेनमेंट जोन के बाहर स्थित स्कूलों को ही इन गतिविधियों को संचालित करने की अनुमति होगी।
इस दौरान स्कूल छात्रों को मिड टर्म व वार्षिक परीक्षाओं के लिए गाइड करेंगे, प्रक्टिकल टाइम टेबल, मिड टर्म और वार्षिक परीक्षा से जुड़े प्रक्टिकल, प्रोजेक्ट जमा करने व मूल्यांकन के लिए योजना तैयार करेंगे, 9वीं -11वीं के जिन छात्रों का जो सिलेबस छूटा है उसे कक्षाओं में पूरा कराएंगे। छात्रों को सीबीएसई द्वारा तैयार किए गए प्रश्न पत्रों के अनुसार वैकल्पिक, सोर्स आधारित, महत्वपूर्ण, एनालिटिकल व एप्लीकेशन आधारित सवालों के लिए गाइड करेंगे।
निदेशालय ने मानक संचालन प्रक्रिया जारी
मार्च से स्कूल बंदी के कारण घरों से डिजिटली शिक्षा हासिल कर रहे 9वीं-11वीं के छात्रों के लिए आज से राजधानी के स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल इन छात्रों के मिड टर्म-वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी व प्रक्टिकल-प्रोजेक्ट कार्य के लिए कोविड-19 नियमों से खोले जा रहे हैं। साथ ही छात्र किसी भी विषय में आ रही परेशानी को भी थ्यूरी क्लास में शिक्षक से पूछ सकेंगे। स्कूलों के लिए निदेशालय ने मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) जारी की है। 9वीं-11वीं के छात्रों को उनके अभिभावकों की लिखित अनुमति लेकर ही स्कूल आना होगा।
स्कूलों को ही इन गतिविधियों को संचालित करने की अनुमति
स्कूलों की लैब व कक्षाओं में एक समय में केवल 12-15 छात्रों को ही आने की अनुमति दी गई है। फिलहाल स्कूल में प्रार्थना सभा या आउटडोर गतिविधियां आयोजित करने की अनुमति नहीं होगी। खांसी, जुकाम, बुखार आदि लक्षण वाले छात्रों को आने की अनुमति नहीं होगी। स्कूल में आपातकालीन स्थिति के लिए एक क्वारंटीन रूम भी तैयार रखने को कहा गया है। कंटेनमेंट जोन के बाहर स्थित स्कूलों को ही इन गतिविधियों को संचालित करने की अनुमति होगी।
इस दौरान स्कूल छात्रों को मिड टर्म व वार्षिक परीक्षाओं के लिए गाइड करेंगे, प्रक्टिकल टाइम टेबल, मिड टर्म और वार्षिक परीक्षा से जुड़े प्रक्टिकल, प्रोजेक्ट जमा करने व मूल्यांकन के लिए योजना तैयार करेंगे, 9वीं -11वीं के जिन छात्रों का जो सिलेबस छूटा है उसे कक्षाओं में पूरा कराएंगे। छात्रों को सीबीएसई द्वारा तैयार किए गए प्रश्न पत्रों के अनुसार वैकल्पिक, सोर्स आधारित, महत्वपूर्ण, एनालिटिकल व एप्लीकेशन आधारित सवालों के लिए गाइड करेंगे।