झारखंड में खुल सकते हैं पहली से पांचवीं कक्षा तक के स्कूल
रांची. कोरोना वायरस की वजह से फैले संक्रमण का शिक्षा क्षेत्र पर भी व्यापक असर पड़ा. संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए शिक्षण संस्थानों समेत सभी स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था. कोरोना संक्रमण में लगातार सुधार के बाद सरकार ने स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलना शुरू किया है, ताकि पठन-पाठन के कार्य को सुचारू किया जा सके. इसी क्रम में झारखंड में अब पहली से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को भी खोला जा सकता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके संकेत दिए हैं. इनमें सरकारी और निजी स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी जा सकती है. बता दें कि प्रदेश में सबसे पहले 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को खोला गया था. उसके बाद सितंबर महीने में 6वीं से 8वीं कक्षा तक के स्कूलों में पठन-पाठन आरंभ किया गया था. अब पहली से 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने की संभावना है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता वाली आपदा प्रबंधन प्राधिकार की होने वाली बैठक में पहली से 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने की अनुमति मिल सकती है. सीएम हेमंत सोरेन ने खुद इसके संकेत दिए हैं. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि स्कूलों के संचालन के लिए कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नजर रखते हुए चरणबद्ध तरीके से स्कूलों में पठन-पाठन प्रारंभ करने की कोशिश की जा रही है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि निकट भविष्य में प्राथमिक कक्षाओं के लिए भी स्कूल खुलेंगे. स्कूली शिक्षा विभाग ने अक्टूबर में ही प्राथमिक कक्षाओं को खोलने का प्रस्ताव झारखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकार को भेजा था, लेकिन त्योहारों को देखते हुए प्राधिकार की नवंबर में हुई बैठक में इस पर सहमति नहीं बन सकी थी. बैठक में तय हुआ था कि त्योहारों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
बता दें कि कोरोना संक्रमण से फैली वैश्विक महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था. लॉकडाउन के कारण झारखंड में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था. हालात में सुधार के बाद सबसे पहले 9वीं से 12वीं और उसके बाद कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के स्कूलों को खोला गया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के साथ बैठक के बाद इसकी अनुमति दी थी. अब प्राथमिक स्कूलों को खोलने की तैयारी चल रही है.