Sanjay राउत का पीएम मोदी के बयान पर पलटवार: “महाराष्ट्र में हम पहले से ही सुरक्षित”

Sanjay राउत, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद और महाराष्ट्र के प्रमुख राजनीतिक नेताओं में से एक, ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर तीखा पलटवार किया है।

Sanjay – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि “एक हैं तो सेफ हैं,” जिसका व्यापक राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया। यह बयान खासकर महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ा था, जहां केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य की महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन के बीच संघर्ष जारी है। प्रधानमंत्री के इस बयान को लेकर विपक्षी नेताओं ने विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, और भाजपा के खिलाफ आरोप भी लगाए हैं कि वे राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एकजुटता और सुरक्षा का मसला उठा रहे हैं।

Sanjay राउत का तीखा जवाब
Sanjay राउत, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद और महाराष्ट्र के प्रमुख राजनीतिक नेताओं में से एक, ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर तीखा पलटवार किया है। राउत ने कहा, “हम महाराष्ट्र में पहले से ही सुरक्षित हैं और भाजपा के खिलाफ राजनीति करने की जरूरत नहीं है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “बटेंगे तो कटेंगे” का नारा महाराष्ट्र में कभी काम नहीं आया। राउत का यह बयान स्पष्ट रूप से भाजपा के दखल को लेकर था, जो महाराष्ट्र में अपने राजनीतिक प्रभाव को बनाए रखने के लिए लगातार रणनीति बना रही है।

‘एकजुट रखने की कोशिश’ पर सवाल उठाया
Sanjay राउत ने पीएम मोदी से यह सवाल भी किया कि “किसे सुरक्षित और एकजुट रखने की कोशिश की जा रही है?” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार स्थिर है और भाजपा के आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है। राउत ने यह बयान देते हुए भाजपा की राजनीति पर भी कटाक्ष किया, जिसमें वे गठबंधन सरकार को गिराने और सत्ता पर काबिज होने के प्रयासों में लगे हुए हैं।

राजनीतिक संदर्भ और महाराष्ट्र की स्थिति
महाराष्ट्र में पिछले कुछ वर्षों से राजनीति में काफी उतार-चढ़ाव रहे हैं, विशेष रूप से शिवसेना के अंदरुनी विवादों और भाजपा की राज्य में सत्ता की आकांक्षाओं के कारण। 2019 के बाद से भाजपा और शिवसेना के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे, जब उद्धव ठाकरे ने भाजपा से अलग होकर महा विकास अघाड़ी (MVA) का गठन किया था। इसके बाद से भाजपा महाराष्ट्र में शिवसेना के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक कदम उठाती रही है, और केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को घेरने के लिए कई बार आरोप लगाए हैं।

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संजय राउत के बयान से स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में भाजपा के खिलाफ उनका रुख काफी सख्त है। वे प्रधानमंत्री मोदी के बयान को राज्य की राजनीति में हस्तक्षेप मानते हैं और इसे महा विकास अघाड़ी सरकार को कमजोर करने की कोशिश समझते हैं। आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति में भाजपा और विपक्षी गठबंधन के बीच यह संघर्ष और भी तेज हो सकता है, खासकर जब राज्य में आगामी चुनावों के आसार हैं।

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