Sanjay Murthy: भारत के नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG)
Sanjay Murthy, ने 21 नवंबर, 2024 को राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण की। यह समारोह सुबह 10 बजे हुआ, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की शपथ दिलाई।
भारत के नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG), K Sanjay Murthy, ने 21 नवंबर, 2024 को राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण की। यह समारोह सुबह 10 बजे हुआ, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। इस नियुक्ति के साथ ही Murthy ने गिरीश चंद्र मूर्मू की जगह ली, जिन्होंने 20 नवंबर, 2024 को अपने पद से कार्यकाल पूरा किया।
1. Sanjay Murthy का प्रशासनिक करियर
K Sanjay Murthy भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 1989 बैच के अधिकारी हैं और उन्होंने हिमाचल प्रदेश कैडर के तहत अपनी सेवा दी है। उन्हें भारतीय सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इससे पहले, Murthy केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के तहत उच्च शिक्षा विभाग में सचिव के रूप में कार्य कर चुके थे। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार और विकासात्मक योजनाओं का नेतृत्व किया।
Murthy की प्रशासनिक क्षमताओं को देखते हुए, उन्हें CAG जैसे महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है, जहां उनकी भूमिका केंद्रीय और राज्य सरकारों के वित्तीय प्रबंधन और सरकारी खातों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने में अहम होगी।
2. CAG का पद और भूमिका
नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) का पद भारतीय गणराज्य में महत्वपूर्ण संवैधानिक पद है, जिसका उद्देश्य सरकार के वित्तीय प्रबंधन की निगरानी और आडिट करना है। CAG भारतीय संसद और राज्य विधानसभाओं के लिए रिपोर्ट तैयार करता है, जो सरकार के खर्चों और राजस्व के उपयोग की पारदर्शिता को सुनिश्चित करती है।
CAG का मुख्य कार्य सरकारी खातों की सही और पारदर्शी ऑडिटिंग करना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकारी धन का उपयोग जनता के भले के लिए सही तरीके से हो रहा है। CAG की रिपोर्ट संसद में प्रस्तुत की जाती है और इस पर चर्चा होती है।
3. Murthy की नियुक्ति और संविधानिक प्रक्रिया
Murthy की नियुक्ति संविधान के अनुच्छेद 148(1) के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा की गई है। संविधान में इस प्रावधान के अनुसार, CAG की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। Murthy की नियुक्ति 20 नवंबर, 2024 को गिरीश चंद्र मूर्मू के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद हुई है, जिन्होंने CAG के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण रिपोर्टों और सुधारों की पहल की थी।
Murthy के रूप में CAG के पद पर एक अनुभवी और योग्य अधिकारी की नियुक्ति की गई है, जो सरकारी खाता प्रणाली और वित्तीय प्रबंधन में पारदर्शिता को बढ़ावा देंगे।
4. Sanjay Murthy के सामने आने वाली चुनौतियाँ
Murthy के सामने कई अहम चुनौतियाँ हैं, जिनमें प्रमुख सरकारी योजनाओं और वित्तीय कार्यक्रमों का प्रभावी रूप से ऑडिट करना शामिल है। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकारी खर्चे सही दिशा में जाएं और कोई भी अनियमितता न हो। इसके अलावा, केंद्र और राज्यों के वित्तीय प्रबंधन की निगरानी और रिपोर्टिंग के काम को और बेहतर बनाना उनकी प्राथमिकता होगी।
उनका पिछला अनुभव शिक्षा विभाग में सचिव के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान विभिन्न योजनाओं की निगरानी और सुधार में काम आया है, जो उनकी CAG के पद पर जिम्मेदारियों के लिए उपयुक्त अनुभव प्रदान करेगा।
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Sanjay Murthy का CAG के रूप में नियुक्ति भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक सक्षम और अनुभव वाले अधिकारी की पहचान को दर्शाती है। उनका कार्यक्षेत्र और प्रशासनिक अनुभव उन्हें इस संवैधानिक पद पर सफल बनाने में मदद करेगा। उनके कार्यकाल के दौरान, यह उम्मीद की जा रही है कि वे सरकार के वित्तीय प्रबंधन को और पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और CAG के कार्यालय को और सशक्त करेंगे।
उनकी नियुक्ति भारतीय सरकारी प्रणालियों में वित्तीय पारदर्शिता और जिम्मेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।