सबसे पावरफुल कैमरा लेंस
सैमसंग ने स्मार्टफोन के लिए 200MP सेंसर तैयार किया, कम रोशनी में भी क्लियर फोटो आएंगे; 8K रिकॉर्डिंग भी कर पाएंगे
स्मार्टफोन का जो पार्ट तेजी से बदल रहा है वो है कैमरा। प्रोफेशनल कैमरे भी अब स्मार्टफोन कैमरा के सामने फीके लगने लगे हैं। इस बीच दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग ने 200 मेगापिक्सल सेंसर डेवलप कर लिया है। उसने नए ISOCELL HP1 सेंसर की घोषणा कर दी है। यह नई पिक्सल-बाइनिंग तकनीक और बेहतर लो-लाइट शूटिंग जैसे फीचर्स से लैस होगी। कंपनी ने इस सेंसल पर 2019 में काम करना शुरू किया था।
कंपनी इसे स्मार्टफोन बाजार में उतारती है तो यह एक जबरदस्त फीचर साबित होगा। जिन यूजर्स को फोटोग्राफी का शौक है उनके लिए यह एक किसी यूनीक फीचर से कम नहीं होगा। क्योंकि यह एक बेहतरीन फोटोग्राफ कैप्चर करने में मदद करेगा।
0.64 μm पिक्सल वाला दुनिया का पहला सेंसर
ISOCELL HP1 इंडस्ट्री का पहला 200MP रेजोल्यूशन सेंसर है। तेज रोशनी में, ISOCELL HP1 सेंसर पूरे 200MP को 0.64 माइक्रोन पिक्सल के रूप में इस्तेमाल करने का विकल्प चुनता है। यह दुनिया का पहला ऐसा सेंसर है जो 0.64 μm पिक्सल के साथ आता है। देखा जाए तो यह इतना बड़ा इंडीविजुअल पिक्सल साइज किसी भी स्मार्टफोन कैमरा में नहीं देखा गया है। सैमसंग ने अपना लेटेस्ट 50 मेगापिक्सल वाला सेंसर भी पेश किया है जो दुनिया का ऐसा पहला सेंसर है जो डुअल पिक्सल प्रो टेक्नॉलजी से लैस है।
सैमसंग के 200 मेगापिक्सल ISOCELL HP1 सेंसर में ChamleonCell टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया गया है। यह पिक्सल बाइनिंग टेक्नॉलजी पर काम करती है। सैमसंग का यह सेंसर कम रोशनी में आसपास के 16 पिक्सल को मिलाकर बड़े 2.5μm के साथ 12.5 मेगापिक्सल के फोटो कैप्चर करता है। इस कारण इस सेंसर से लिए गए फोटो काफी ब्राइट और क्लियर आते हैं।
ChamleonCell टेक्नॉलजी का इस्तेमाल हुआ
सैमसंग अपनी नई ChameleonCell पिक्सल-बाइनिंग तकनीक की मदद से सेंसर को 4 या 16 पिक्सल को एक बड़े पिक्सल में ग्रुप करने की अनुमति देता है। बता दें कि 200 मेगापिक्सल ISOCELL HP1 सेंसर में ChamleonCell टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया गया है। ये दो कॉन्फिगरेशन होते हैं जो ISOCELL HP1 को 1.28 माइक्रोन पिक्सल के साथ 50MP सेंसर या 2.56 माइक्रोन पिक्सल के साथ 12.5MP सेंसर में बदल देते हैं। सैमसंग ने कहा है कि बाद वाला कॉन्फिगरेशन बेहतर लो-लाइट शूटिंग के लिए लाइट एवजॉर्वेशन और सेंसिटिविटी को बढ़ा देता है।
वीडियोग्राफर्स के लिए 200MP कैमरा सेंसर फोर-इन-वन पिक्सल बाइनिंग का इस्तेमाल कर 8K/30fps पर शूट कर सकते हैं। बता दें कि 8K वीडियो क्वालिटी के लिए यह सेंसर आसपास के पिक्सल को मर्ज करता है और रेजोल्यूशन को 50MP या 8192×6144 पर सेट करता है। ऐसा होने से यूजर को फुल इमेज रेजोल्यूशन को स्केल डाउन या क्रॉप करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
किन स्मार्टफोन में पहले मिलेगा
ऐसा माना जा रहा है कि 2022 में शाओमी अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन में 200MP सेंसर का इस्तेमाल कर सकती है। वहीं, सैमसंग भी अपने नए फ्लैगशिप स्मार्टफोन में इस सेंसर का इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि, गैलेक्सी S22 और गैलेक्सी S22 प्लस में नए 50MP कैमरा सेंसर दिया जा सकता है।