समाजवादी पार्टी की होगी कोलकाता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन …
उत्तर प्रदेश –समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मार्च यानि इसी महीने में कोलकाता में होगी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नई कार्यकारिणी की यह पहली बैठक है। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इसमें लोकसभा चुनाव की रणनीति बनेगी। पार्टी की रीति-नीति में बदलाव पर भी चर्चा की संभावना है।
इस बैठक में 20 प्रदेशों के अध्यक्ष भी हिस्सा लेंगे। कोलकाता में अपनी तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन करेगी। जिसमें इस साल के अंत में तीन हिंदी भाषी राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की नीतियों और रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।समाजवादी पार्टी नए समीकरणों का संकेत अपनी इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कर सकती है।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के देहांत के बाद पहली बार हो रहे इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उन्हें को पार्टी लोहिया के बाद सबसे बड़े नेता के तौर पर आगे रखेगी।समाजवादी पार्टी अपनी इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आगाज लोहिया, मुलायम, अंबेडकर और चौधरी चरण सिंह के पोस्टरों के साथ करेगी।
इसके साथ ही पार्टी की यादव मुसलमान दलित और किसान को साधने की कवायद के साथ ही नए सियासी समीकरण को बनाने की कोशिश होगी।सपा अपने पुराने साथियों को जोड़ने- छोटे और जातीय आधारित पार्टियों को साथ लाने की मुहिम के साथ दलित चेहरों के साथ नए गठबंधन पर मथंन भी करेगी।वहीं ऐसी भी चर्चा है कि सपा अपनी इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी से गठबंधन पर चर्चा करेगी।
हालांकि नेताओं और पार्टियों के नाम के बजाय समाजवादी पार्टी संकेतों में गठबंधन की नीति साफ करेगी।वहीं कांग्रेस पार्टी से गठबंधन को लेकर भी हो सकती है, राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चर्चा। हालांकि समाजवादी पार्टी फिलहाल कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के मूड में नहीं है लेकिन वह अपने दरवाजे भी बंद नहीं रखेगी