क्यों समाजवादी पार्टी के एमएलसी उम्मीदवार को करनी पड़ी नाप जोख?

सीतापुर: विधान परिषद चुनाव में सपा प्रत्याशी के कॉलेजों की प्रशासन ने करवाई नाप जोख, नामांकन दाखिल करने के बाद लिया एक्शन

 

विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान सपा उम्मीदवार के कालेजों की राजस्व प्रशासन व पुलिस टीम ने नापजोख ली। इस कार्रवाई को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है

राजस्व प्रशासन व पुलिस टीम कोतवाली सोमवार को महमूदाबाद के ग्राम पहाड़ापुर पहुंची। यहां सपा एमएलसी उम्मीदवार अरुणेश यादव के तीन कालेजों की पैमाइस करवाई। यह कार्रवाई नामांकन दाखिल करने के समय की गई है। ऐसे में इस कार्रवाई को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

कोतवाली क्षेत्र के पहाड़ापुर निवासी अरुणेश यादव को सपा ने एमएलसी का प्रत्याशी घोषित किया है। वह पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामलाल यादव के बेटे हैं। अरुणेश यादव सोमवार को जिला मुख्यालय एमएलसी के पद पर नामांकन करने के लिए गए थे। उसी दिन उनके गांव पहाड़ापुर में नायब तहसीलदार प्रीति सिंह, राजस्व निरीक्षक सन्तोष यादव, लेखपाल ललितेश सिंह, सुशील गौड़, अमित गौर पहुंचे। टीम ने रामलाल यादव के संचालित तीन विद्यालयों क्रमश: श्रीहजारीलाल कृषि महाविद्यालय पहाड़ापुर, श्रीराम औतार यादव बालिका इंटर कॉलेज और जनता पूर्व माध्यमिक विद्यालय खालगांव जमीन की पैमाइश की।

यह कार्रवाई सुबह 11 बजे से शाम साढ़े तीन बजे तक चली। इस संबंध में एमएलसी प्रत्याशी अरुणेश यादव ने बताया कि, केवल चुनाव के लिए सरकार के द्वारा दबाब बनने के लिए कार्रवाई की जा रही है। विद्यालयों का निर्माण वैध है। वर्ष 2000 से बालिका इंटर कालेज और डिग्री कालेज 2004 से संचालित है। प्रशासन के द्वारा ही एनओसी मिली थी। क्या प्रशासन ने बगैर जांच के एनओसी जारी कर दी अगर बगैर जांच के दी गई है तो पहले प्रशासन पर कार्रवाई की जाए।

उल्लेखनीय है कि, रामलाल यादव ब्लाक पहला से ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं। वह भाजपा पार्टी में थे और विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे। उनका बेटा अरुणेश यादव समाजवादी पार्टी से एमएलसी के लिए चुनाव लड़ रहा है।

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