Akhilesh ने बनाया ऐसा सियासी समीकरण, जो modi को नहीं बनने देगा PM!
समीकरण है my+k मतलब मुस्लिम यादव प्लस कुर्मी वोट बैंक....आपको बता दें कि मुस्लिम यादव सपा का बेस और ठोस वोट बैंक है...बड़ी बड़ी ताकतें सपा के इस वोट बैंक में सेंध नहीं मार पा रही
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वो मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है…जिससे 2024 में भाजपा को बड़ा धक्का लग सकता है….अखिलेश के सियासी स्ट्रोक के बाद भाजपा के खेमे में अफरातफरी मची है…क्योंकि अखिलेश के दांव से मोदी सरकार की कुर्सी का वो पावा टूटने की कगार पर है…जिसके दम पर मोदी की कुर्सी टिकी है….अखिलेश के अब तक ले सबसे बड़े मास्टर स्ट्रोक को समझने के लिए आपको वो पूरी कहानी समझनी होगी…जो सिर्फ अखिलेश यादव के दिमाग में चल रही है….अखिलेश के दिमाग में चल रहे सियासी प्लान को समझने के लिए पूरी रिपोर्ट को ध्यान से देखें आपको पता चल जायेगा की अखिलेश किस दांव से मोदी सरकार की लुटिया डुबो देंगे….
हाल ही में 28 सितंबर को समाजवादी पार्टी का 9 वा राज्य सम्मेलन था…राज्य सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान किया…तो सपा के कुछ नेता और तमाम कार्यकर्ता निराश हो गए…क्योंकि अखिलेश ने नरेश उत्तम पटेल को ही फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.. सपा के तमाम नेताओं का मानना था की नरेश उत्तम पटेल प्रदेश अध्यक्ष बनने के काबिल नहीं…उनके अंदर वो ऊर्जा नहीं जो एक कैप्टन के अंदर होनी चाहिए…ऐसे में पार्टी को किसी ऊर्जवान और तेज तर्रार नेता को प्रदेश की कमान देनी चाहिए थी…ताकि कार्यकर्ताओं का जोश हाई होता…लेकिन असल में नरेश उत्तम पटेल पर अखिलेश ने एक बार दांव क्यों लगाया…इसे जानने के बाद वही नेता और कार्यकर्ता अपने नेता अखिलेश यादव की बल्ले बल्ले करने लगे जो पिछले दिनों नरेश उत्तम पटेल के प्रदेश अध्यक्ष बनने से खफा थे….दरअसल अखिलेश यादव ने इस बार जाति फार्मूले को साधने के लिए एक उस समीकरण पर काम करना शुरू कर दिया है…जिस समीकरण पर उनके पिता मुलायम सिंह यादव काम करके सियासत में सपा की साइकिल हाई स्पीड में दौड़ाते थे….समीकरण है my+k मतलब मुस्लिम यादव प्लस कुर्मी वोट बैंक….आपको बता दें कि मुस्लिम यादव सपा का बेस और ठोस वोट बैंक है…बड़ी बड़ी ताकतें सपा के इस वोट बैंक में सेंध नहीं मार पा रही…लेकिन इस ताकत के साथ सपा की कमजोरी ये है की my के अलावा कोई अन्य जाति सपा के साथ तन मन धन से नहीं जुड़ रही है…जिसका कारण है की सपा 2012 विधानसभा चुनाव के बाद से ही कोई बड़ा चुनाव नहीं जीत पाई….लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में सपा भले सरकार नहीं बना पाई लेकिन चुनाव के नतीजों ने अखिलेश को वो फॉर्मूला दे दिया जिससे सपा आने वालें चुनावों में कुछ बड़ा खेला कर सकती है….2022 में सपा के खेमे में मुस्लिम यादवों के बाद सबसे ज्यादा कुर्मी जाती के विधायक बने है…. जहां सपा के निशान पर मुस्लिम समाज के 32, यादव समाज के 24 विधायक बने वहीं इस बार सपा खेमे में कुर्मी समाज से 13 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे….जबकि इससे पहले 2017 में महज 2 कुर्मी विधायक सपा के टिकट पर विधायक बने थे….इन नतीजों के बाद अखिलेश यादव को समझ आ गया की मुस्लिम यादव के अलावा कुर्मी ही ऐसी जाती है जो सपा की तरफ लामबंद हो सकती है…2014,2017 और 2019 में भाजपा को एकतरफा वोट देने वाले कुर्मी समाज का 2022 चुनाव में सपा की तरफ झुकाव दिखा… जिसका विश्लेषण करने के बाद अखिलेश ने my में कुर्मी जोड़ने का फुल प्लान कर लिया…2022 चुनाव में भाजपा और सपा दोनों के प्रदेश अध्यक्ष कुर्मी समाज से थे… सपा के नरेश उत्तम पटेल तो भाजपा के स्वतंत्र देव सिंह….लेकिन अब भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष गैर कुर्मी है ऐसे में अखिलेश यादव के पास मौका था कुर्मियों को सपा की तरफ एकतरफा लामबंद करने का….ऐसे में अल्हील्श यादव ने एक बार फिर कुर्मी समाज से आने वाले नरेश उत्तम पटेल का दांव खेल दिया….जिसके बाद से भाजपा में हड़कंप मचा है….भाजपा ने सपा के साथी जयंत चौधरी की काट ढूंढने के लिए भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था लेकिन अब जब 6 फीसदी कुर्मी वोटों पर अखिलेश ने मास्टर स्ट्रोक खेला तो मोदी शाह के छक्के छूट गए….किसी जमाने में बेनी प्रसाद वर्मा को साथ लेकर कुर्मियों को लामबंद करने वाले मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव भी उसी फॉर्मूले पर काम कर रहे है…आपको बता दें कि 2022 चुनाव में सपा के कुर्मी उम्मीदवारों ने भाजपा के तीन ताकतवर मंत्रियों को धूल चटा दी….इस लिस्ट में सबसे चर्चित नाम पल्लवी पटेल का है जिन्होंने सिराथू में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हराकर इतिहास रचा… वहीं प्रतापगढ़ की पट्टी विधानसभा से आरके पटेल ने योगी सरकार के मंत्री मोटी सिंह को बुरी हरा हरा दी…. बची खुची कसर चित्रकूट विधानसभा में अनिल प्रधान ने पूरी कर दी…जिन्होंने योगी सरकार के मंत्री चंद्रिका उपाध्याय को हरा दिया…अखिलेश यादव नरेश उत्तम पटेल के साथ साथ अपने इन तीन कुर्मी विधायकों को भी प्रमोट कर रहे है ताकि ये सब मिलकर कुर्मी समाज को साइकिल पर बैठा दे….अखिलेश अगर अपने इस प्लान में सफल होते है तो निशित 2024 में बड़ा उलटफेर हो सकता है….फिलहाल अखिलेश यादव का ये मास्टर स्टोक कितना सफल होगा ये 2024 के नतीजे तय करेंगे!