कौन हैं विनय तिवारी जो सपा के टिकट पर चौथी बार लड़ेंगे चुनाव
विनय तिवारी वर्ष 2009 में बसपा में शामिल हो गए, लेकिन एक साल बाद ही बसपा से उनका मन ऊब गया और वर्ष 2010 में वह सपा में शामिल हो गए
गोला गोकर्णनाथ सीट पर विनय तिवारी लगातार चौथी बार चुनाव मैदान में उतरेंगे। इससे पहले वह वर्ष 2012 से 2017 तक गोला के विधायक रह चुके हैं। विनय अपने जुझारूपन के लिए जाने जाते हैं। 14 दिसंबर 1969 को जन्मे पूर्व विधायक विनय तिवारी का राजनीतिक सफर दो दशक पुराना है। विनय तिवारी वर्ष 2000 में वह भाजपा के टिकट पर गोला नगर पालिका का चुनाव लड़ चुके हैं। परिणाम आने पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2016 में विनय तिवारी की पत्नी रेखा तिवारी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन किया, लेकिन उन्हें भी सफलता नहीं मिल पाई। स्नातक तक शिक्षा ग्रहण कर चुके विनय तिवारी वर्ष 2009 में बसपा में शामिल हो गए, लेकिन एक साल बाद ही बसपा से उनका मन ऊब गया और वर्ष 2010 में वह सपा में शामिल हो गए। जिसके बाद उन्हें वर्ष 2012 में सपा से टिकट मिला और वह अखिलेश यादव की लहर में चुनावी वैतरणी पार कर गए। भाजपा की लहर में हारे चुनाव
वर्ष 2017 में भी पार्टी ने विनय तिवारी पर ही भरोसा जताया, लेकिन भाजपा लहर में वह चुनाव हार गए। वर्ष 2022 में सपा ने विनय तिवारी को फिर से मैदान में उतारा। चुनाव में उन्हें 97240 वोट मिले, लेकिन इस बार भी वह चुनाव जीतने में सफल नहीं हो पाए।
आचार संहिता उल्लंघन के मामले हुए थे दर्ज
विनय तिवारी एक पुत्र व दो अविवाहित पुत्रियों के पिता हैं। उनकी शिक्षा गोला में ही हुई है, इसके बाद वह युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए आ गए। विनय तिवारी पर धारा 147, 148, 149 और 307 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज है। इस मुकदमें के वादी भाजपा के दिवंगत विधायक अरविंद गिरी थे। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में विनय तिवारी पर आचार संहिता उल्लंघन के दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं।