नए साल से पहले इन 849 कर्मचारियों के रोकी गई सैलरी, जानिए क्यों
सरकारी और गैरसरकारी के इतने कर्मचारियों की रोकी गई सैलरी, जानिए वजह
लखनऊ: देश में नहीं यूपी में भी कोरोना अपना पैर पसार चुका है. ऐसे में यूपी समेत कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन लगाने के सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं. वैक्सीनेशन तेज करने के चलते यूपी के इटावा में वैक्सीन का दूसरा डोज न लेने की वजह से 849 सरकारी कर्मियों की सैलरी रोक दी गई है. इटावा के अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश ने यह जानकारी शुक्रवार को दी. उन्होंने बताया कि 849 सरकारी कर्मचारियों का दिसंबर महीने का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया गया है.
वैक्सीन न लगाने पर रोके गए सरकारी कर्मचारियों के वेतन
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद यह निर्देश जारी हुआ है. अपर जिलाधिकारी ने बताया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में संक्रमण रोकने और कार्य को प्रभावी ढंग से करने के लिए कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के दोनों डोज लेने का आदेश दिया गया है. निर्वाचन आयोग के निर्देश के विधानसभा चुनावबाद जनपद के ऐसे सरकारी और गैरसरकारी 849 फ्रंटलाइन वर्कर के दिसंबर महीने की सैलरी को दिया गया है. जिनके कोरोना के दोनों डोज पूरे नहीं हुए हैं.
चुनाव ड्यूटी को कोरोना दूर रखने के लिए जरी किए गए आदेश
वहीं अपर जिलाधिकारी ने अपने आदेश में बताया है कि जिन कर्मचारियों ने वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लिए हैं, उन्हें दिसंबर की सैलरी नहीं दी जाएगी. ऐसे में सरकारी और गैरसरकारी करीब 849 फ्रंटलाइन वर्कर हैं, जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लिए हैं. इटावा में अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश ने बताया कि दरअसल आने वाले विधानसभा चुनाव में लगने वाली चुनाव ड्यूटी को कोराना के खतरे से दूर रखने के लिए ये आदेश जारी किया गया. अब ऐसे कर्मचारियों की छंटनी की गई है जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज अभी तक नहीं लगवाई है. ऐसे में इटावा के 849 कर्मचारियों के दिसंबर का वेतन रोकने का आदेश जारी किया गया है.