सहारनपुर: बसपा प्रमुख मायावती ने मुस्लिम और दलितों से ऐसी बात कर किया आचार संहिता उल्लंघन, जानें क्या
सहारनपुर में बसपा प्रमुख मायावती ने मुस्लिमों से इस पार्टी को वोट न देने की अपील
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में महज कुछ दिन बचे हुए हैं. ऐसे में सभी पार्टियों के नेता लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती एक बार फिर से आचार संहिता के उल्लंघन में फंसती हुई दिखाई दे रही हैं. मायावती फिर से एक खास संप्रदाय को वोट देने को लेकर विवादित बयान दे दिया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने ये बयान अपनी सहारनपुर रैली के दौरान दी. उन्होंने मुस्लिम समुदाय को एक खास पार्टी को वोट न देने की अपील की है. इसके साथ ही ये भी कहा है कि दलित भी उस पार्टी को वोट न दें.
जानकारी के मुताबिक साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मायावती ने सहारनपुर में ही ऐसे ही एक बयान देकर आचार संहिता के घेरे में फंस गई थी. तब उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं को कहा था कि वह महागठबंधन को वोट दें. इस बार उन्होंने मुस्लिम समुदाय से किसी खास पार्टी को वोट न देने की अपील की है.
मुस्लिम लोगों से मायावती ने इन पार्टी को वोट न देने की अपील
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सहारनपुर में कहा कि ‘मैं दलितों को ये बताना चाहती हूं कि जो दलित वर्ग के कुछ नेता लोग अपने स्वार्थ में भाजपा में चले गए क्या वह शब्बीरपुर कांड को भूल गए. तो इसलिए आप लोगों को इस चुनाव में ना सपा को वोट देना है मुस्लिम भाइयों को और दलितों को तो बिल्कुल भी नहीं देना है, जिसने शब्बीरपुर कांड कराया, दलितों को ये भूलाना नहीं है.’
दरअसल साल 2017 में सहारनपुर के शब्बीरपुर इलाके में महाराणा प्रताप की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दलितों और ठाकुरों के बीच हुई झड़प थी. इस झड़प के बाद दलित बस्ती को जला दिया गया था. मायावती इस चुनाव में उसी कांड को यादा दिलाकर हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही हैं. इस दौरान उन्होंने मुस्लिमों और दलितों को सपा को वोट न देने को बोल रही थीं.
2019 में भी मायावती के बयान से मचा था बवाल
इससे पहले साल 2019 में मायावती के ऐसे ही बयान के बाद काफी बवाल मचा था. तब उन्होंने मुस्लिम लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि वह सिर्फ गठबंधन को वोट दें. इसके बाद चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना था. तब उन पर 48 घंटे का बैन लगा दिया था.
बता दें कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की तरह ही इस चुनाव में भी मायावती ने जमकर मुस्लिम कार्ड खेला है. तब मायावती ने 403 सीटों में से 99 पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारे थे. इस बार अभी तक 74 मुस्लिम प्रत्याशियों को बसपा मैदान में उतार चुकी है. अभी सातवें चरण की लिस्ट आनी बाकी है.