गोरखपुर सीएम योगी की मंशा को पलीता लगा रहे कोटेदार पर सदर तहसील प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
- निर्धारित मात्रा से कम खाद्यान्न देने पर शिकायत पर नायब तहसीलदार ने मारा छापा
- कोटेदार मशीन लेकर हुआ फरार, जांच टीम ने की दुकान सील
गोरखपुर । लॉक डाउन के बीच कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ रहे देश और प्रदेश के लोगों के लिए दिन गुज़रने के साथ ही भोजन की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है।
हालांकि जिलाधिकारी के0विजयेंद्र पांडियन के निर्देशन में बड़े पैमाने पर सरकारी संस्थाएं स्वयंसेवी और व्यवसायी अपनी अपनी क्षमता के अनुसार लोगों में खाद्यान्न का वितरण कर रहे हैं बावजूद इसके सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाले खाद्यान्न पर ऐसे लोग निर्भर होते हैं जो किसी के सामने हाथ नहीं फैला सकते हैं ऐसे लोगों के लिए सरकारी राशन की दुकान किसी लाइफलाइन से कम नहीं होती है ।
वर्तमान समय में गोरखपुर महानगर में राशन वितरण को लेकर तमाम शिकायतें प्राप्त हो रही हैं ।
इसी कड़ी में शुक्रवार को असकरगंज स्थित रिज़वान कोटेदार और बगल में स्थित उनकी दूसरी दुकान महिला उपभोक्ता सहकारी समिति से सरकार द्वारा निर्धारित यूनिट से कम खाद्यान्न दिया जा रहा था यहां 8 यूनिट पर किसी को 20 किलो तो किसी को 25 किलो राशन मिलने की शिकायत मिली थी।
उपरोक्त शिकायतों को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम (सदर) गौरव सिंह सोगरवाल ने संज्ञान में लेकर नायाब तहसीलदार नीलम तिवारी के नेतृत्व में लेखपाल कैलाश यादव व राम कुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच का आदेश दिया था।
मौके पर पहुंची जांच टीम को देखकर दुकानदार के होश उड़ गए ना तो वह जांच टीम के समक्ष स्टॉक रजिस्टर प्रस्तुत कर सके और ना ही कोई अन्य जानकारी ही दे पाए इस बीच शिकायत कर्ताओं के बयानों को दर्ज करने में व्यस्त टीम को छोड़कर दुकानदार मशीन लेकर फरार हो गया उसके साथ ही दुकान में कार्यरत अन्य कर्मचारी भी मौके से भाग खड़े हुए।
मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार नीलम तिवारी द्वारा उच्चाधिकारियों से वार्ता कर जिला पूर्ति कार्यालय से पूर्ति निरीक्षक शैलेश कुमार को बुलाकर दुकान में मौजूद लगभग 50 बोरी चावल की गिनती कराने के बाद दुकान पर ताला लगवा दिया गया।
तहसील स्तरीय टीम द्वारा की गई कार्रवाई के संबंध में न्याय नायब तहसीलदार नीलम तिवारी ने बताया कि प्रशासन लगातार राशन की दुकानों का निरीक्षण कर रहा है इसके अलावा जहां पर भी शिकायतें मिलेंगी वहां पर कार्रवाई की जाएगी ऑस्कर गंज में कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई के बाबत उन्होंने बताया कि मौके से कोटेदार मशीन लेकर फरार हो गया । यहां न स्टाक रजिस्टर मिला और न ही कोई कर्मचारी मिले जिसके बाद दुकान सील कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
बताते चलें कि वैश्विक महामारी को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन दुकानों के माध्यम से 15 अप्रैल से 26 अप्रैल तक प्रति यूनिट 5 किलो चावल उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है लेकिन कोटेदारों द्वारा सीएम योगी की मंशा को दरकिनार कर उपभोक्ताओं के हक पर डाका डालने जैसा राजद्रोही कृत किया जा रहा है क्योंकि शायद उन्हें विश्वास है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली का पंगु सिस्टम उनकी दुकान को सस्पेंड करने के अलावा और ज्यादा कुछ कर ही नहीं सकता।