किसानों से मिलने लखीमपुर जा रहे पायलट और आचार्य प्रमोद कृष्णन मुरादाबाद में हिरासत में लिए गए

UP में कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रोका पुलिस ने कहा- धारा 144 तोड़ी

मुरादाबाद पुलिस ने सचिन पायलट और आचार्य प्रमोद कृष्णम को हिरासत में लेकर गेस्ट हाउस में रखा है।

सचिन पायलट और आचार्य प्रमोद कृष्णम को लखीमपुरखीरी पहुंचने से पहले ही यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पायलट और आचार्य प्रमोद को मुरादाबाद में धारा-144 का उल्लंघन करने का हवाला देते हुए पुलिस ने रोक लिया। पायलट ​गाजीपुर बॉर्डर होते हुुए लखीमपुरखीरी के लिए रवाना हुए थे। पहले गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रक लगाकर रोका था, बाद में कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बाद पुलिस ने उन्हें जाने दिया था। रास्ते में भी कई जगह पायलट के काफिले को पुलिस ने रोका। आखिर में मुरादाबाद में सचिन पायलट को आगे जाने से रोक दिया और हिरासत में ले लिया।

सचिन पायलट और आचार्य प्रमोद कृष्णम को मुरादाबाद के गेस्ट हाउस में रखा गया है। मुरादाबाद में हिरासत में लिए जाने के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट कर यूपी सरकार और बीजेपी को निशाने पर लिया। पायलट ने लिखा- लोकतंत्र व संवैधानिक मूल्यों को कुचलकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को आहत किया है। सत्याग्रह की राह पर चलकर हम न्याय की आवाज उठाते रहेंगे।

गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रक लगाकर सचिन पायलट-प्रमोद कृष्णम को रोका, बाद में जाने दिया

टोंक दौरा बीच में छोड़कर सुबह ही दिल्ली गए, दिल्ली से लखीमपुर रवाना हुए
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दो दिन का टोंक दौरा बीच में छोड़कर आज सुबह दिल्ली पहुंचे। वे दिल्ली एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ सीतापुर रवाना हुए थे। पहले सचिन पायलट राहुल गांधी के साथ लखीमपुर जाने वाले 5 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में थे। धारा 144 का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने केवल पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल को साथ ले जाने की रणनीति बनाई। ऐन वक्त पर हुए इस बदलाव के कारण सचिन पायलट ने सड़क मार्ग से लखीमपुर जाने का फैसला किया।

सचिन पायलट का मंगलवार और आज टोंक का दौरा था। पायलट को एआईसीसी से मैसेज मिलने के बाद रात को ही दौरा बीच में छोड़कर जयपुर आए और सुबह फ्लाइट से दिल्ली चले गए। पायलट को लखीमपुरखीरी जोन वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने ही ​फोन करके दिल्ली बुलाया गया था, लेकिन राहुल गांधी ने सुबह रणनीति में बदलाव कर दिया। पांच नेताओं की जगह तीन नेताओं का जाना तय हुआ। इसके कारण सचिन पायलट और प्रमोद कृष्णम काफिले के साथ सड़क मार्ग से लखीमपुरखीरी के लिए रवाना हुए।

पायलट को यूपी विधानसभा चुनावों में जिम्मेदारी मिलना तय
सचिन पायलट को पहले लखीमपुरखीरी जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने के सियासी मायने हैं। अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव हैं। उन चुनावों में पायलट को स्टार प्रचारक के तौर पर पार्टी के प्रचार की ​जिम्मेदारी मिलना तय है। सचिन पायलट को राष्ट्रीय मुद्दों को उठाने के लिए पहले भी जिम्मेदारी मिलती रही है। दो दिन पहले मुंद्रा पोर्ट पर ड्रग मामले में पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। अब यूपी में किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाएगी।

पायलट का ट्वीट-किसान-किसानी देश की रीढ़,इस प्रहार स्वीकार नहीं

सचिन पायलट ने दिल्ली से लखीमपुर रवाना होने के बाद ट्वीट पर कर बीजेपी पर निशाना साधा।सचिन पायलट ने लिखा- आज सीतापुर,लखीमपुर जा रहे हैं। हम किसानों के पीड़ित परिवारो से मिलकर उनका दर्द बांटना चाहते है। भाजपा ने हिंसक रवैया अपनाकर इस देश की लोकतांत्रिक परंपरा को तोड़ने का प्रयास किया है। किसान-किसानी देश की रीढ़ की हड्डी है,इस पर होने वाला प्रहार स्वीकार नहीं है।

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