रूसी विदेश मंत्रालय ने की पुतिन के अरेस्ट वारंट की निंदा
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने गुरुवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) की कार्रवाइयों से संयुक्त राष्ट्र और उससे संबद्ध निकायों में रूसी प्रतिनिधिमंडलों की भागीदारी प्रभावित नहीं होगी। ज़खारोवा ने एक ब्रीफिंग के दौरान यह टिप्पणी की और इस बात पर जोर दिया कि आईसीसी की कार्रवाइयों का यूएन के भीतर रूस के रुख पर कोई असर नहीं पड़ेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की किसी भी कार्रवाई का संयुक्त राष्ट्र के काम में हमारे प्रतिनिधिमंडलों की भागीदारी और उसके निकायों में सदस्यता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।” उन्होंने कहा, “हमारे देश के नागरिकों के संबंध में इस संरचना की कार्रवाई कानूनी रूप से अमान्य है।”
मारिया ज़खारोवा ने जोर देकर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर संघर्षों को हल करने में अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने कभी भी रचनात्मक भूमिका नहीं निभाई है। ज़खारोवा की टिप्पणी आईसीसी के हाल ही में यूक्रेनी बच्चों के “अवैध निर्वासन” के आरोपों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बच्चों के अधिकार आयुक्त मारिया लावोवा-बेलोवा के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी करने के फैसले के जवाब में आई है। ज़खारोवा ने ICC के फैसलों को “बेतुका” बताया और तर्क दिया कि वे केवल अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में रूस की नकारात्मक छवि को आगे बढ़ाने का काम करते हैं।