टिकट धांधली के रैकेट का सरगना बम ब्लास्ट मामले में वांटेड, ठगी के पैसों से करता है टेरर फंडिंग !
दिल्ली में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने टिकट रैकेट का पर्दाफाश करते हुए कथित ‘सॉफ्टवेयर डिवेलपर’ को भी अरेस्ट किया है। इसके साथ ही इस रैकेट के सरगना हामिद अशरफ के तार बस्ती से जुड़े होने की बात सामने आई है। सूत्रों की माने तो इस रैकेट का नेटवर्क पाकिस्तान, बांग्लादेश और दुबई तक बताया जा रहा हैं। जानकारी के अनुसार, यह रैकेट टिकटों की धांधली कर हर महीने करोड़ों कमाता था और आतंकी फंडिंग में इस्तेमाल करता था।
आरपीएफ ने जांच में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के निवासी हामिद अशरफ को इस पूरे रैकेट को मुखिया पाया। रिपोर्ट्स के अनुसार, हामिद 28 अप्रैल 2016 में जिले में आईआरसीटीसी हैक कर टिकेट बनाने के मामले गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में वो जमानत पर बाहर आ गया था। इसके बाद अशरफ पिछले साल यूपी के गोंडा जिले में हुए बम धमाकों में वॉन्टेड है। गिरफ्तारी के डर से वह नेपाल के रास्ते दुबई चला गया था और अब वहीँ से इसका सञ्चालन कर रहा है। जनपद के कप्तानगंज के निवासी आशिफ को दिल्ली आरपीएफ ने खुलासे में इस पूरे गिरोह का सरगना बताया है।
आरपीएफ महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि झारखंड निवासी गुलाम मुस्तफा को भुवनेश्वर से अरेस्ट किया गया। आरपीएफ ने मुस्तफा समेत 27 लोगों को अरेस्ट किया है। मामले की जांच के लिए आईबी और एनआईए भी केस में जुड़ गए हैं। आमतौर पर एक टिकट को मैन्युअली बुक करने में 2.55 मिनट तक का वक्त लगता है, जबकि यह रैकेट महज 1.48 मिनट में 3 टिकट बुक कर लिया करता था। यह रैकेट सैकड़ों आईडी के जरिए मिनटों में ही हजारों टिकटों पर हाथ साफ कर लेता था। यह गैंग इस घोटाले के जरिए प्रति महीने 10 से 15 करोड़ रुपये बाँट लेता था। इस गैंग का पहला टारगेट कैश कमाना होता था। आरोपों के अनुसार ये आरोपी कैश कमाने के बाद इस रकम से टेरर फंडिंग करते थे।