…..वरना खान टाइगर की बेगम बन जाती रूपा गांगुली, अमित शाह को बताया
बुधवार को संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक को पास कर दिया गया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन को मद्देनज़र रखते हुए असम और त्रिपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है। वहीँ, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी किसी भी हालत में एनआरसी लागू न करने की बात कह रही हैं। लेकिन बंगाल से ही बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने इस विधेयक के समर्थन में एक कहानी साझा की है।
राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने अमित शाह के एक ट्वीट का जवाब देते हुए बताया कि जब वह सातवीं कक्षा में पढ़ती थी, उस समय कुछ लोग उन्हें अगवा करने आये थे। ऐसे में उन्हें और उनकी मां को बंगाल के दिनाजपुर जिले से बुर्के में भागना पड़ा था। उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसा नहीं किया होता तो वह ‘खान टाइगर’ की बेगम बन जातीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत लोगों का आशीर्वाद मिलेगा।
काश मै कहे पाती,मैने खुद क्या झेले है। मै तोह 'खान tiger' की बेगम बन जाती, kidnap करने आये थे मुझे, अगर उस रात मै और मेरि मा बुर्खे मे भाग नही पाती दिनाजपुर से।
Class 7 मे पड़ती थी@AmitShah आप को क्या बताऊ मन्त्री जी, आप और @narendramodi को कितने लोगों की आशीर्वाद मिले है आज https://t.co/JdnNDD5MtA— Roopa Ganguly (@RoopaSpeaks) December 11, 2019
हूम कहा जायेंगे,अगर भारत हमे जगह न देह? कोई कियू नही सोचे गा ? हूम कितने बार बेघर होंगे ? मेरे पिताजी को,उन्के देश देश मे , कभी नरायनगंज, कभी #dacca,कभी #dinajpur,
How many times we change our homes
How many times we live as #UdvastuThanks to #CitizenshipAmmendmentBill2019
— Roopa Ganguly (@RoopaSpeaks) December 11, 2019
गौरतलब है कि रूपा गांगुली ने ये ट्वीट अमित शाह के ट्वीट के रिप्लाई में किया था। गृहमंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा था कि अनुच्छेद 370 हो या नागरिकता विधेयक, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के बयान हमेशा एक समान होते हैं।
Amazed to see opposition laughing on this issue.. making mockery on every comment.. even senior women leaders.. i watching their expressions.. was so sad.. so disheartening..
— Roopa Ganguly (@RoopaSpeaks) December 11, 2019
बता दें कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने सुप्रीम कोर्ट में इस विधेयक के खिलाफ गुरुवार को याचिका दाखिल की है। IUML ने इस विधेयक को असंवैधानिक करार कर रद्द करने की मांग की है। उनकी तरफ से कप्पिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करेंगे। जानकारी के अनुसार, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट भी नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में याचिका दायर कर सकते हैं।