हरियाणा का रोहतक जिला सबसे प्रदूषित इलाकों में शुमार
रोहतक. हरियाणा का रोहतक (Rohtak) जिला गुरुवार को प्रदेश के प्रदूषित (Polluted cities in Haryana) शहरों में शुमार हो गया है. यह बात बेशक अटपटी लगे, लेकिन सच्चाई ये है कि सुबह 11 बजे रोहतक शहर का एक्यूआई 498 तक पहुंच गया. सुबह से शाम तक सूरज तक नजर नहीं आया, पूरे वातावरण में कोहरा-सा छाया रहा. दिवाली का त्यौहार (Diwali) होने के कारण लोग बाजारों में आए, लेकिन किसी को आंखों में जलन तो किसी को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बढ़ते प्रदूषण के चलते डॉक्टर्स ने लोगों को सलाह दी है कि वे बिना जरूरत के घर से बाहर ना निकले. इससे बुजुर्गों, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा है.
पीजीआई के सीनियर प्रोफेसर डॉ ध्रुव चौधरी ने बताया कि यह बेहद खतरनाक स्थिति है. सबसे पहले तो लोगों से अपील है कि वह त्यौहार जरूर मनाएं, लेकिन पटाखे सिर्फ शगुन के लिए इस्तेमाल करें. ज्यादा इस्तेमाल से मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं. स्वस्थ लोगों को भी हार्ट और लंग्स में दिक्कतें हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि सुबह की सैर से परहेज करें, बाहर निकले तो मुंह पर मास्क रखें. वातावरण में भारी मात्रा में प्रदूषण के पार्टिकल्स मौजूद हैं, जो सांसों के द्वारा फेफड़ों और दिल तक पहुंच जाते हैं.
डा. ध्रुव ने बताया कि हर साल दिवाली के आसपास प्रदूषण की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है, जिस का सबसे बड़ा कारण वाहनों का धुआं है. पराली जलाने और पटाखों की वजह से भी इसमें बढ़ोतरी हो जाती है, जिस वजह से वातावरण पूरी तरह से खराब हो जाता है. रोहतक शहर का सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल होना एक खतरनाक संकेत है, लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है.