RLP प्रदेश उपाध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी:हिस्ट्रीशीटर लवली एनकाउंटर मामले में नोटिस के बाद दिया इस्तीफा,
बोले- किसी अपराधी के साथ खड़ा नहीं हो सकता
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रदेश उपाध्यक्ष उदाराम मेघवाल ने अपने पद के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दलित नेता उदाराम मेघवाल ने कहा कि मैं अपराधी के साथ खड़ा नहीं रह सकता हूं इसलिए मैंने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष पद के साथ-साथ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
दरअसल, बीते दिनों जोधपुर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा का एनकाउंटर कर दिया था। इसके बाद RLP संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए लवली कंडारा के शव को लेकर धरने पर बैठ गए और पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग पर अड़ गए। पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद ही शव उठाया गया था। वहीं, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष उदाराम मेघवाल ने एनकाउंटर को सही बताया और पुलिस निलंबन को शर्मनाक और पुलिस का मनोबल गिराने वाला बताया था।
मेघवाल की इस टिप्पणी पर प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग ने उनको नोटिस देकर 5 दिन में जवाब मांगा था। नोटिस के दूसरे दिन उदाराम मेघवाल ने रालोपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। दलित नेता ने रालोपा पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। मेघवाल ने बताया कि मैं अपराधी के पक्ष में खड़ा नहीं रह सकता हूं। पार्टी संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल ने लवली कंडारा का समर्थन किया था। यह मेरी निजी राय थी। अनुशासनात्मक कार्रवाई क्या होती है। नोटिस के डर से अपराधी के पक्ष में खड़ा करना चाहते है, मैं ऐसी पार्टी में नहीं रहना चाहता हूं।