रिया चक्रवर्ती ने सुशांत की बहन प्रियंका सिंह पर फर्जी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन बनवाने का दर्ज कराया केस
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले में रिया चक्रवर्ती ने अब प्रियंका सिंह और राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के डॉक्टर तरुण कुमार सहित अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन बनाने का केस दर्ज कर दिया है। रिया चक्रवर्ती ने जालसाजी एनडीपीसी एक्ट और टेली मेडिसिन प्रैक्टिस गाइडलाइंस 2020 के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। बता दें कि रिया चक्रवर्ती सुशांत सिंह राजपूत के केस में फंसी हुई हैं और लगातार उनसे एनसीबी, सीबीआई पूछताछ भी कर रही है।
वही रिया चक्रवर्ती के वकील मानेशिंदे ने कहा है कि 8 जून को सुशांत सिंह राजपूत को उनकी बहन प्रियंका सिंह ने राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के डॉक्टर तरुण कुमार से फर्जी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन भेजा था। उस प्रिस्क्रिप्शन में उन दवाओं का जिक्र था, जो एनडीपीएस एक्ट के तहत आता है और इसकी मनाही है।
रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे के अनुसार प्रियंका सिंह के इसी प्रिस्क्रिप्शन को लेकर सुशांत और रिया के बीच झगड़ा हुआ था। सतीश मानेशिंद ने कहा था, ‘उसकी बहन प्रियंका ने दिल्ली से मैसेज भेजा कि ये प्रिस्क्रिप्शन है। तो प्रिस्क्रिप्शन देखने के बाद रिया को पता चला कि ये प्रिस्क्रिप्शन डॉक्टर ने इन्हें एग्जामिन किए बिना भेजा है। इसीलिए इनके बारे में बातचीत हो गई और उस वक्त रिया ने बोला कि अगर बॉम्बे में हम डॉक्टर को मिलकर आ चुके हैं और वो डॉक्टर मिलकर दवाएं दे रहे हैं तो आप अगर वो दवाएंं नहीं ले रहे हो तो इसे नहीं लेना चाहिए।’
रिया के वकील सतीश मानेशिंद ने बताया था, ‘सुशांत ने कहा कि नहीं अगर मेरी बहन बोल रही है तो मैं वही दवाएं लूंगा। इसके बाद दोनों की बहस हुई। तब सुशांत ने उसे बोला कि आप निकल जाओ बैग लेकर। अभी पता चलता है कि वो जो प्रिस्क्रिप्शन 12.30 या 12.40 बजे उन्होंने भेजा था वो फर्जी है। क्योंकि उसमें लिखा है कि सुशांत ओपीडी पेशेंट है। सुशांत बॉम्बे में था वो ओपीडी पेशेंट कैसे बन सकता है।’
रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मनेशिंद ने कहा था, ‘नंबर दो वो डॉक्टर ने कभी सुशांत को एग्जामिन किया ही नहीं है। अगली बात ये है कि जिस डॉक्टर ने सुशांत को दवा प्रिस्क्राइब की थी वो कार्डियोलॉजिस्ट है। वो साइकैट्रिस्ट नहीं है। ऐसे डॉक्टर का तो लाइसेंस कैंसिल किया जाना चाहिए। फर्जी कागजात हैं और परिवार भी इसमें इनवॉल्व है।’