मदद की गुहार रिश्वत का आरोप, जानें पूरा मामला
सरकार भले ही मजदूरों के लिए योजना निकाल कर उनको लाभ पहुंचा रही हो मगर सरकारी अधिकारी सरकारी योजनाओं को पलीता लगाने में लगे हुए हैं शामली जनपद में अपने बच्चों संग कच्चे मकान में रह रहे मजदूर दंपति ने सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए अधिकारियों पर रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया है।
दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली का है जनपद शामली की नूरानी मस्जिद के निकट एक एक मजदूर दंपति अपने बच्चों के संग रहता है. मजदूर महिला का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अपने फार्म भरे थे। सरकार ने उनका मकान पास कर दिया था मगर अधिकारी उनके मकान का निरीक्षण करने के लिए आते हैं और फोटो खींचने के बाद उनसे मकान पास कराने के नाम पर रुपयों की मांग करते हैं। महिला का कहना है कि उन्होंने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि अगर पहली किस्त आ जाएगी तो तुम अपना मेहनताना किस्त से काट लेना। मगर मकान का निरीक्षण करने आने वाले अधिकारी उनसे पहले रुपयों की मांग करते हैं मगर उनके पास रिश्वत देने के लिए रुपए नहीं है। पीड़ित महिला का कहना है कि एक वर्ष पूर्व भी उनके मोहल्ले में एक मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई थी उन्हें भी डर है कि कहीं बरसात में उनके भी मकान की छत ना गिर जाए और हादसा हो जाए। फिलहाल तो शामली जनपद में सरकार की योजनाओं को अधिकारी पलीता लगा रहे हैं और पात्र लोग सरकारी योजनाओं की आस लगाए बैठे हुए हैं। गौर करने वाली बात यह होगी कि सरकार के ईमानदार अधिकारी इस ओर ध्यान देकर कब मजदूर दंपति की गुहार पर सुनवाई कर गरीब मजदूर की मदद कर पाते हैं या फिर गरीब मजदूर की गुहार ठंडे बस्ते में डालकर गरीब मजदूर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पर मजबूर होंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा।