आज शास्त्री जी का भी जन्मदिन है, जानिए उनके बारे में वो बातें जो आज की पीढ़ी नही जानती
2 अक्टूबर को देश गांधी जयंती के साथ महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) की 116वीं जयंती भी मना रहा है । ऐसे में जानते हैं ‘गुदड़ी के लाल’ शास्त्री से जुड़ी कुछ खास बातें ।
लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को हुआ था । पहले उनका नाम लाल बहादुर वर्मा था । वाराणसी के काशी विद्यापीठ से ग्रैजुएशन करने के बाद उनके नाम में शास्त्री टाइटल जुड़ा था । लाल बहादुर शास्त्री ने स्वतंत्रता आंदोलन में अहम योगदान दिया और आजादी के बाद भारत के नीति निर्माताओं में से एक रहे । भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट में वो शामिल हुए । उन्होंने रेलवे और गृह जैसे बड़े और अहम मंत्रालय का प्रभार संभाला । जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद जून 1964 में लाल बहादुर शास्त्री देश के दूसरे प्रधानमंत्री बने ।
शास्त्रीजी ‘सादा जीवन उच्च विचार’ में यकीन रखने वाले व्यक्ति थे । लाल बहादुर शास्त्री की वजह से ही भारत में सफेद और हरित क्रांति आई । वो हरित आंदोलन से इस कदर जुड़े हुए थे कि अपने आवास के लॉन में उन्होंने खेती-बाड़ी शुरू कर दी थी । वो देश के सामने एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करना चाहते थे । इसलिए वो किसानों को हरित क्रांति से जोड़ने के लिए खुद अपने लॉन में कृषि कार्य किया करते थे । भारत को कृषि प्रधान देश बताते हुए उन्होंने ही ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया था । ज़मीन से इस कदर जुड़े होने की वजह से ही उन्हें ‘गुदड़ी का लाल’ भी कहा जाता था ।
लाल बहादुर शास्त्री की विनम्रता के लोग कायल थे
लाल बहादुर शास्त्री अपनी ईमानदारी और सादगी के लिए मशहूर थे । उन्होंने अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए एक कमिटी बनाई थी । भ्रष्टाचार के मामले में तो उन्होंने अपने बेटे तक को नहीं बख्शा । एक बार उन्हें पता चला कि उनके बेटे को गलत तरीके से प्रमोशन मिल रहा है । उन्होंने अपने बेटे की प्रमोशन रुकवा दी थी । उनकी इन्ही सब खूबियों की वजह से वो देश के पहले अविवादित और लोकप्रिय प्रधानमंत्री रहे थे ।