बलिया में कई सियासी दिग्गजों के रिश्तेदारों को मिली हार, देखें
बलिया. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) में वोटों मंगलवार को भी जारी है. अब तक आए नतीजों और रुझानों से एक बात तो स्पष्ट है कि जनता ने सभी सियासी दलों को कड़ा सन्देश दिया है. वैसे तो सीढ़ी टक्कर बीजेपी और सपा के बीच देखने को मिल रही है. लेकिन काफी संख्या में निर्दलीय भी जीतें हैं. इतना ही नहीं कई सियासी दिग्गजों को मुंह की खानी पड़ी है. बलिया पंचायत चुनाव (ballia Panchayat Chunav) में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.
बलिया जिले से अब तक आए में कई पार्टियों के दिग्गजों के रिश्तेदारों को हार का सामना करना पड़ा. हालांकि कुछ दिग्गजों ने किसी तरह अपनी साख बचाई. हालांकि नतीजे यह बता रहे हैं कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले जनता ने सभी राजनीतिक पार्टियों आईना दिखाते हुए जमीनी हकीकत बता दी है.
कई सियासी दिग्गजों के रिश्तेदार हारे
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के बेटे जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हारे। रामगोविंद के पुत्र रंजीत चौधरी वार्ड 16 से चुनाव हार गए. उन्हें बसपा समर्थित प्रत्याशी असगर ने 1896 वोटों से हराया. इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह वार्ड 12 से चुनाव हारे. कांग्रेस के ही एक और पूर्व जिलाध्यक्ष सच्चिदानन्द तिवारी वार्ड 17 से चुनाव हारे. बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष देवेंद्र यादव वार्ड 10 से चुनाव हारे,
पंचायत चुनाव में कई सियासी सूरमाओं ने बचाई अपनी इज्जत
हालांकि कई सूरमा अपनी साख बचाने में भी कामयाब रहे. पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी के पुत्र आनन्द चौधरी चुनाव जीत गए. वार्ड 44 से आनंद चौधरी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते हैं. सपा के जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव की पत्नी रंजू देवी वार्ड 42 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई हैं.