मथुरा : सिपाही के साथी पर ही परिजन लगा रहे हैं हत्या का आरोप
थाना नौझील में तैनात एक सिपाही की हत्या उसके ही साथी सिपाही द्वारा किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
soldier companion of murder मथुरा।थाना नौझील में तैनात एक सिपाही की हत्या उसके ही साथी सिपाही द्वारा किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस घटना के बाद परिजनों ने नौझील पुलिस पर हत्या को आत्महत्या का रूप दिए जाने का आरोप लगाया है। मूल रूप से मेरठ के थाना मूसा के गांव बराबरी का रहने वाला 25 वर्षीय ट्रेनिंग के बाद आशीष वर्ष 2021 से थाना नौझील में तैनात था । और वह रेतिया बाजार में अपने साथी सिपाही रोहित के साथ किराए के मकान में रह रहा था.
पुलिस की कहानी के मुताबिक साथी सिपाही रात 3 बजे अपनी ड्यूटी से लौटा था , उसने आशीष को आवाज दी लेकिन अंदर से गेट नहीं खुला उसने खिड़की से झांक कर देखा तो आशीष फांसी के फंदे पर लटक रहा था। पोस्टमार्टम गृह पहुंचे आशीष के पिता देवेंद्र के मुताबिक नौझील थाना प्रभारी ने भी उनको मोबाइल द्वारा आशीष के आत्महत्या किए जाने की सूचना दी थी ।लेकिन घटनाक्रम क्या रहा सूत्रों के मुताबिक आशीष और रोहित ने अपने कमरे में बैठकर शराब पी इसी दौरान आशीष और रोहित का इसी बात को लेकर वाद विवाद हो गया जिस से कुपित होकर रोहित ने आशीष पर जमकर वार किए.
soldier companion of murder:-
इसका सबूत उसके शरीर पर लगे चोटों के आठ निशान थे मारपीट में कोई गहरी चोट लगने पर आशीष की मौके पर ही मौत हो गई। आशीष की मौत से सिपाही रोहित के हाथ पैर फूल गए और उसने थाने में तैनात अन्य सिपाहियों को अवगत कराया तो थाना नौहझील में हड़कंप मच गया। आशीष के पिता देवेंद्र का आरोप है की पुलिस ने इस हत्या की घटना के बाद इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फांसी के फंदे पर लटकाया जिसके निशान उसकी गर्दन पर मौजूद है यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी।
आशीष के पिता का कहना है कि हत्या करने के बाद इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई ,और इस कोशिश में कोई एक सिपाही नहीं बल्कि समूचे थाना लगा रहा अब सवाल इसी बात का है कि सिपाही की हत्या के बाद आत्महत्या का रूप देने के षड्यंत्र में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही अमल में लाई जाएगी या नहीं बहरहाल अपने बेटे के शरीर पर लगी चोटों के निशान देखकर आशीष के पिता देवेंद्र का रो रो कर बुरा हाल था और इस दौरान हुई बातचीत में उन्होंने नौझील थाना प्रभारी समेत पूरे थाने को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।