भर्ती घोटाले ने लिया नया मोड़ ॠतु खंडूरी ने लिया यह बड़ा फैसला
ऋतु खंडूरी ने 23 सितंबर,2022 आज पत्रकार सम्मेलन में उन्होनें यह बताया की निर्धारित समय से पूर्व ही समिति ने रिपोर्ट ऋतु खंडूरी को दे दि है । समिति के द्वारा दि गई रिपोर्ट में वर्ष 2016,2020,2021 में जो भर्ती हुई उनमें अनियमिता थी तथा इन भर्तियों में नियमों का पालन नहीं किया गया है । समिति ने नियमों के विरुद्ध भर्तियों को निरस्त करने की सिफारिश की है । जितनी भी नियुक्तियां है उन्हें निरस्त किया जाए ।
समिति ने विभिन्न कारण बताए है चेयन समिति का गठन नहीं किया गया था । चेयन समिति के माध्यम से नियुक्तियां नहीं की गई है । तथरक नियुक्तियां का ना कोई विज्ञापन, सार्वजनिक सोचना और ना ही रोजगार कार्यालय से नाम मंगवाए गए ना ही विद्यार्थियो से आवेदन पत्र नहीं मांगे गए सब उनसे व्यक्तिगत आवेदन पत्र पर नियोक्ती प्रधान कर दी गई । कोई परिक्षा तक आयोजित नहीं की गई है । समान्तर अधिकार नहीं दिया गया है जिसके कारण भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 का उल्लंघन हुआ है ।
ऋतु खंडूरी ने यह भी कहा की समिति की रिपोर्ट में 2003 तथरक, संविदा, नियत वेतन, दैनिक वेतन नियुक्तियों पर रोक लगाई गई है । विधान सभा की अध्यक्ष होते हुए ऋतु खंडूरी ने महत्वपूर्ण फैसला किया है की वर्ष 2016 की 150 नियुक्तियों को 2020 की 6 तथरक नियुक्तियों को और साथ में 2021 की 72 तथरक नियुक्तियों को निरस्त करने का निर्णय लिया है ।
इन नियमों विरोध नियुक्तियों को आमोदन मिलते ही निरस्त कर दिया जाएगा । 32 सीवी भर्ती के लिए आवेदन पत्र मांगे गए थे और इसके लिए 20 मार्च को परिक्षा आयोजित की गई थी और इसके लिए लखनऊ की प्राइवेट कंपनी RIMS गया था लेकिन परिक्षा के पेपर लीक के कारण पांच प्रतियोगिता प्रशासन को रद्द करनी पड़ी और इसके अंतर्गत गिरफ्तारी भी हुई है । इस पर ऋतु खंडूरी ने यह फैसला लिया है की 32 पदो की परिक्षाओ को निरस्त किया जाएगा और कंपनी को जांच भी करी जाएगी । विधान सभा के संदिग्ध को भूमिका कक जांच की जाए और साथ में जांच होने तक नितेश सिंगल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है ।