पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा की तैयारियां पूरी, श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं
भुवनेश्वर, कोरोना काल में इस बार भी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में उनके भक्त शामिल नहीं हो पाएंगे। हिन्दू धर्म में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का बहुत बड़ा महत्व है। भगवान जगन्नाथ की मुख्य भूमि ओडिशा का पुरी है। ऐसे में रथ यात्रा को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। श्री जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने बताया कि रथ सिंह द्वार पर आ गए हैं और हम सोमवार (12 जुलाई) की यात्रा के लिए तैयार हो रहे हैं।
पुरी में सोमवार को रथ यात्रा के लिए पुरी जगन्नाथ मंदिर के सिंह द्वार पर 3 लकड़ी के रथ तैयार हैं। इसके मद्देनजर यहां सुरक्षाबल तैनात किया गया है। कोरोना के कारण किसी भी श्रद्धालुओं को यात्रा में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा कृष्ण कुमार ने बताया कि भगवान जगन्नाथ का गुप्त अनुष्ठान रात में होगा और सोमवार सुबह भगवान जगन्नाथ मंदिर से बाहर आएंगे और रथों में जाएंगे। हमने उन सभी का टेस्ट किया है, जो रथ यात्रा के संचालन में शामिल हैं और जो निगेटिव हैं उन्हें भाग लेने की अनुमति दी जा रही है।
वहीं मंदिर के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने बताया भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने मंदिर की लेजर स्कैनिंग करने की अनुमति मांगी थी। मंदिर प्रशासन ने इसकी जांच की है और हितधारकों के विचारों को ध्यान में रखते हुए हमने ‘गर्भगृह’ को छोड़कर मंदिर के सभी हिस्सों के लिए लेजर स्कैनिंग करने की अनुमति दी है।
वहीं रथयात्रा को लेकर एक स्थानीय निवासी का कहना है कि दुख की बात है कि कोरोना की वजह से हम लोग यहां रहकर भी यात्रा में हिस्सा नहीं ले पाएंगे, लेकिन ये जो हुआ है हमारे लिए ही अच्छा है क्योंकि अगर हम इसका पालन नहीं करेंगे तो आने वाले साल में भी हम दर्शन नहीं कर पाएंगे।