आरबीआई ने म्यूचुअल फंड के लिए किया 50000 करोड़ की विशेष नगदी का ऐलान, जानिए पूरा मामला
देश में कोरोनावायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है। कोरोनावायरस को रोकने के लिए सरकार हर मुमकिन प्रयास कर रही है। ऐसे में सरकार ने पूरे देश में लॉक डाउन किया हुआ है। इससे अर्थव्यवस्था पूरी तरह डगमगा गई है। इस बीच म्यूचल फंड पर भी नकदी का दबाव बहुत ज्यादा चुका है। ऐसे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ा फैसला लेते हुए म्यूचल फंड के लिए 50000 करोड़ की विशेष नकदी का ऐलान किया है।
इसके तहत बैंक 90 दिन का फंड रिजर्व बैंक की रेपो रेट से ले सकते हैं जिसका इस्तेमाल म्यूच्यूअल फंड सिर्फ कर्ज देने या उनके पास मौजूद कारपोरेट पेपर खरीदने में कर सकता है। इस योजना को 27 से 11 अप्रैल तक के लिए चालू किया गया है। वही पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि मैंने 2 दिन पहले ही इस बात की चिंता जताई थी हमारी फिक्र पर आरबीआई ने ध्यान दिया और यह फैसला लिया है।
बता दें कि चिदंबरम ने कहा कि “म्यूचल फंड के लिए ₹50000 की विशेष नगरी सुविधा की रिजर्व बैंक की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं। मुझे खुशी है कि रिजर्व बैंक ने 2 दिन पहले जताई गई चिंता पर ध्यान दिया और त्वरित कार्रवाई की”। बता दें कि पिछले हफ्ते फ्रैंकलीन टेंपलटन फंड हाउस ने अपने छह डेट स्कीम बंद कर दिए थे जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों का पैसा फसा हुआ है। जिस तरह से कोरोनावायरस के चलते पूरे देश की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है ऐसे में फंड हाउस को भी नकदी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
फ्रैंकलीन टेबल इन के इस फैसले की वजह से निवेशकों के करीब 28 से 30 हजार करोड रुपए फस गए हैं। इस मामले में पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम का बयान आया था चिदंबरम ने 2008 की मंदी के दौरान इसी तरह का संकट का जिक्र किया। उन्होंने कहा था कि तब कि यूपीए सरकार ने कैसे इसे संभाला था।