लखनऊ में रामायण की प्रतियां जलाने के आरोप में दो पर रासुका
लखनऊ, 06 फरवरी
Uttar Pradesh की राजधानी Lucknow के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने रामचरितमानस की प्रतियां जलाने पर दो आरोपितों सत्येंद्र कुशवाहा और सलीम पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980) लगा दिया है।
एडीसीपी (पूर्वी) सैय्यद अब्बास के मुताबिक जिला कारागार में बंद पीजीआई निवासी सलीम और सैनिक नगर निवासी सत्येंद्र के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी का राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 3 की उपधारा 2 के अंतर्गत निरुद्ध किए जाने का आदेश रविवार रात को जिला कारागार लखनऊ में तामील कराया गया है। 29 जनवरी को थाना पीजीआई क्षेत्र में Ramcharitmanas की प्रतियां जलाने के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
एडीसीपी अब्बास ने कहा है कि ऐशबाग निवासी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला कार्यसमिति के सदस्य सतनाम सिंह उर्फ लवी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके फौरन बाद सैनिक नगर के सत्येंद्र कुशवाहा, आलमबाग के यशपाल सिंह लोधी, साउथ सिटी के देवेंद्र प्रताप यादव, बलदेव विहार तेलीबाग के नरेश सिंह और उतरेटिया के सलीम को गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि Smaaajwadi party के नेता swami Prasad Maurya ने रामचरित मानस को प्रतिबंधित करने की मांग की थी। उन्होंने इस धार्मिक ग्रंथ को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। इसके बाद अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान सलीम, सत्येंद्र कुशवाहा और अन्य 10 लोगों का रामचरितमानस की प्रतियां जलाते हुए वीडियो वायरल हुआ था।