राष्ट्रकवि दिनकर ने राष्ट्रीयता के स्वर को बुलंद किया: अमित शाह
बेगूसराय। हिंदी कविता को जन-जन तक पहुंचाकर राष्ट्रीय चेतना जागृत करने वाले राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 112 वीं जयंती पर बुधवार को कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर रहा है। इस मौके पर सुबह से ही लोग राष्ट्रकवि को उनकी कविताओं और साहित्य के माध्यम से याद कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नितिन गडकरी एवं राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा समेत तमाम लोग ट्वीट कर उन्हें याद किया है।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया है, ‘राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी अपनी उपाधि के अनुरूप साहित्य जगत में अपने लेखन के माध्यम से एक सूरज की भांति चमके। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अपनी कलम की शक्ति से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद अपने विचारों से समाज की सेवा की। राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत अपनी कविताओं से ‘दिनकर’ जी ने राष्ट्रीयता के स्वर को बुलंद किया। देश के लोकतंत्र पर हुए सबसे बड़े आघात आपातकाल का उन्होंने निडर होकर विरोध किया और उनकी कविता ‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है…’ उस आंदोलन का स्वर बनी। राष्ट्रकवि दिनकर को कोटिशः नमन।’
राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा है कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर परिवर्तन के पथिक और पुजारी थे। वहीं उनकी अभिव्यक्ति बनकर कविता के रूप में है। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दिनकर जी को नमन करते हुए कहा, ‘युगों-युगों तक नमन किए जाने वाले साहित्य के सूरज राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को उनके जन्मदिवस पर सादर नमन।’
राष्ट्रकवि दिनकर जी के गृह जनपद बेगूसराय में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। डीएम अरविंद कुमार वर्मा समेत अन्य अधिकारियों, साहित्यकारों एवं बुद्धिजीवियों ने दिनकर भवन स्थित राष्ट्रकवि की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद स्वर्ण जयंती पुस्तकालय में स्थापित उनकी प्रतिमा पर भी लोगों ने माल्यार्पण किया है।
जिला मुख्यालय के बाद डीएम समेत तमाम लोग जीरोमाइल चौक स्थित आदमकद प्रतिमा तथा पैतृक सिमरिया में पंचायत भवन परिसर, पुस्तकालय परिसर के साथ-साथ निवास स्थान पर स्थापित प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया।
अरविंद कुमार वर्मा ने इन इस मौके पर कहा कि बेगूसराय को गर्व है कि उसने देश दुनिया में हिंदी साहित्य का पताका लहराने वाले राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को जन्म दिया। हम सब उनके आदर्शों, उनके कृतियों से प्रेरणा लेकर तथा उनके बताए रास्ते पर चलेंगे। दिनकर जी के गांव सिमरिया में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।