पूर्व CJI रंजन गोगोई ने राज्यसभा की ली शपथ, विपक्ष ने लगाए शेम शेम के नारे
पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई ने आज राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ले ली है। रंजन गोगोई के शपथ ग्रहण करने से पहले ही उन पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे थे। वहीं आज जब रंजन गोगोई शपथ ग्रहण कर रहे थे तो विपक्ष ने इस पर जमकर हंगामा भी किया। विपक्ष ने इस दौरान शेम शेम के नारे भी लगाए। वहीं देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर पलटवार भी किया। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई पूर्व सीजेआई और मशहूर हस्तियां इस सदन का हिस्सा बन चुकी हैं। वहीं सभापति ने भी कहा कि सदन के बाहर किसी की राय की हम चिंता नहीं करते लेकिन यहां हमें यह समझना होगा कि राष्ट्रपति के नामांकन को सच्ची भावना से मना जाना चाहिए
दरअसल देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को सभा के लिए 12 नाम देने होते हैं। जिन्हे राज्यसभा की सदस्यता दी जाती है। वहीं इन 12 नामो में से एक नाम रंजन गोगोई का भी है। जब राष्ट्रपति ने रंजन गोगोई को मनोनीत किया तो विपक्ष ने इसका जमकर विरोध किया। वहीं रंजन गोगोई ने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद ही कुछ बोलूंगा कहा था। उन्होंने कहा था कि राज्यसभा की सदस्यता लेने के बाद वह बताएंगे कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया।
बता दें कि रंजन गोगोई देश के 46वें चीफ जस्टिस रहे हैं। उन्होंने सीजेआई का पद तीन अक्टूबर 2018 से 17 नंवबर 2019 तक संभाला। 18 नवंबर, 1954 को असम में जन्मे रंजन गोगोई ने डिब्रूगढ़ के डॉन बोस्को स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ाई की। उनके पिता केशव चंद्र गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे। जस्टिस रंजन गोगोई ने 1978 में वकालत के लिए पंजीकरण कराया था। फरवरी, 2001 को रंजन गोगोई को गुवाहाटी हाईकोर्ट का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। जस्टिस गोगोई 23 अप्रैल, 2012 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने थे और बाद में मुख्य न्यायाधीश भी बने।