रांची : एनआईए ने ठेकेदार संतोष सिंह के आवास को खंगाला
रांची। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लातेहार के चंदवा में माओवादी हमले में चार पुलिसकर्मियों के मारे जाने के मामले में ठेकेदार संतोष सिंह के आवास को शनिवार को सर्च किया। एनआईए सूत्रों ने बताया कि संतोष सिंह के पुत्र सोनू सिंह पर माओवादियों को फंड मुहैया कराना की जांच एनआईए कर रही है। जिसको लेकर टीम ने आवास में सघन जांच की।
एनआईए टीम सुबह से ही खबर लिखे जाने तक आवाज को खंगाल रही है। सूत्रों ने बताया कि एनआईए टीम को कई दस्तावेज सहित रुपए मिले हैं। उल्लेखनीय है कि लातेहार के चंदवा में माओवादी हमले में चार पुलिसकर्मियों के मारे जाने के मामले में एनआईए ने केस टेकओवर कर लिया था।एनआईए ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी, यूएपीए व आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत केस किया है। झारखंड में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले हुए माओवादी हमले में लातेहार जिला बल के चंदवा थाना में तैनात एसआई शुकरा उरांव, चालक यमुना प्रसाद, शंभू प्रसाद व सिकंदर सिंह शहीद हो गए थे।
राज्य पुलिस ने इस मामले की जांच एनआईए से कराने का प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा था। केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले में एनआईए को एफआईआर दर्ज करने की इजाजत 22 जून को मिल गई थी। जिसके बाद एनआईए ने इस संबंध में नए सिरे से दिल्ली में केस दर्ज कर लिया है।
मालूम हो कि 23 नवंबर 2019 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा झारखंड में चुनाव प्रचार के लिए आए थे। लातेहार में उस दिन भाजपा की बड़ी सभा थी। ऐसे में लातेहार से रांची के रास्ते में पुलिस ने वीआईपी मूवमेंट के मद्देनजर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। शाम तकरीबन सात बजे चंदवा के लुकईया मोड़ के समीप पुलिस गश्ती की टीम खड़ी थी। इसी दौरान भाकपा माओवादियों के मोटरसाइकिल दस्ते ने वाहन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। लातेहार पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी थी कि पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन पर हमले की साजिश 15 लाख के ईनामी माओवादी रवींद्र गंझू ने रची थी। पुलिस की जांच में जो बात सामने आयी थी कि उसके मुताबिक, पुलिस ने रवींद्र की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। ऐसे में बदले की भावना से रवींद्र ने पुलिस बलों पर हमला करने की योजना बनायी थी।