प्रदूषित पानी पर केंद्र ने दी दिल्ली सरकार को दी यह ‘दिलचस्प’ चुनौती
प्रदूषित पानी के मुद्दे पर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच झगड़ा और बढ़ गया है | इस मसले पर पहले से जारी तनातनी के बीच उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है | पत्र में रामविलास पासवान ने चुनौती भरे अंदाज में यह प्रस्ताव दिया है कि वह अपने मंत्रालय की ओर से भारतीय मानक ब्यूरो यानी बीआईएस के दो वरिष्ठ अधिकारियों का नाम प्रस्तावित कर रहे हैं | उन्होंने दिल्ली सरकार से भी अपनी ओर से दो अधिकारियों का नाम भेजने का सुझाव दिया है | पासवान ने कहा है की इन चारों अधिकारियों की एक संयुक्त टीम बनाई जाए |
आज मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal जी को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है कि दिल्ली के पानी की दोबारा जांच के लिए मैंने BIS के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों की टीम बना दी है और केजरीवाल जी भी अपनी ओर से सक्षम अधिकारियों को नामित करें ताकि नमूने लेकर जांच हो सके। @PMOIndia pic.twitter.com/Pu4OBemOr8
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) November 18, 2019
पासवान ने कहा है कि संयुक्त टीम को दिल्ली सरकार जहां से कहे वहीं से पानी का सैंपल इकट्ठा करे | सैंपल इकट्ठा करके दिल्ली सरकार अपनी पसंद के लैब से पानी के सैंपल की जांच करवा ले | पासवान ने शर्त केवल यह रखी है कि लैब सरकार द्वारा प्रमाणित हो |
पिछले हफ्ते शनिवार को उपभोक्ता मंत्रालय के मंत्री रामविलास पासवान ने भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तैयार की गई 21 शहरों के पानी की शुद्धता की रैंकिंग जारी की थी | इस रैंकिंग में मुंबई के पानी को सबसे शुद्ध पाया गया था जबकि देश की राजधानी दिल्ली के पानी को सबसे अशुद्ध |
रैंकिंग जारी होने के बाद आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार और रामविलास पासवान पर दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश करने का आरोप लगाया था | उसके बाद पासवान ने पलटवार करते हुए सोमवार को लोकसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी थी उसी चुनौती को आगे बढ़ाते हुए रामविलास पासवान ने अब यह पत्र लिखा है |