“Rampur Rape Case : 25 हजार का इनामी साजिद पाशा गिरफ्तार”
Rampur Rape Case, स्वार कोतवाली क्षेत्र में अपहरण और दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे अस्पताल संचालक साजिद अली पाशा को पुलिस ने रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया।
रामपुर | Rampur Rape Case: 25 हजार का ईनामी साजिद पाशा गिरफ्तार
रामपुर।Rampur Rape Case, स्वार कोतवाली क्षेत्र में अपहरण और दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे अस्पताल संचालक साजिद अली पाशा को पुलिस ने रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया। साजिद पाशा पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था और वह पिछले चार सप्ताह से पुलिस की पकड़ से दूर था। उसे न्यायालय ने भगोड़ा घोषित कर दिया था, जिससे उसकी तलाश तेज हो गई थी।
Rampur Rape Case, मामला क्या था?
31 अगस्त को स्वार कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की किशोरी का अपहरण कर लिया गया था। दो युवकों ने उसे कार में बंधक बना लिया था। पुलिस ने 5 सितंबर को किशोरी को बरामद कर लिया, जिसके बाद उसके बयान पर कार्रवाई शुरू हुई। किशोरी ने साजिद अली पाशा और उसके साथी मुदस्सर पर गंभीर आरोप लगाए।
किशोरी ने पुलिस को बताया कि साजिद अली पाशा, जो कि ग्रीन सिटी अस्पताल का संचालक है, और उसके साथी मुदस्सर ने उसे अपहरण कर लिया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुदस्सर को थार कार के साथ गिरफ्तार किया, लेकिन साजिद तब से फरार था।
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गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
साजिद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे कोतवाली ले जाकर पूछताछ शुरू की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साजिद की गिरफ्तारी से मामले में तेजी आएगी और न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि किशोरी को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
सामाजिक प्रभाव
यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है और स्थानीय निवासियों में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की निंदा की है और अपहरण व दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने सरकार से अपहरण और यौन अपराधों के प्रति सख्त कानून बनाने की भी अपील की है।
साजिद अली पाशा की गिरफ्तारी से यह उम्मीद जताई जा रही है कि न्याय की प्रक्रिया में तेजी आएगी और पीड़ित किशोरी को न्याय मिलेगा। यह मामला समाज के लिए एक चेतावनी है कि ऐसे अपराधों को सहन नहीं किया जाएगा और सभी को मिलकर इस पर लगाम लगाने के लिए प्रयास करना होगा। पुलिस की तत्परता से एक बार फिर साबित हुआ है कि जब भी अपराधी कानून के शिकंजे से बचने की कोशिश करते हैं, तो कानून की पकड़ से दूर नहीं जा सकते।