रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल, जानिए क्या कहा
अखिलेश की रैलियों से क्या घबरा गई सत्ताधारी पार्टी?
लखनऊ. चुनाव का तारीख ऐलान होने के बाद सियासी हलचल के साथ ही नेताओं की प्रक्रियाए भी देखने को मिल रही हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग की ओर से 15 जनवरी तक रैलियों-जनसभाओं पर लगाई गई रोक को लेकर जमकर हमला बोला है। प रामगोपाल यादव ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए सवाल किया कि क्या अखिलेश की जनसभाओं में उमड़ते जन सैलाब से घबराई सत्ताधारी पार्टी के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा सब अनुकूल व्यवस्था की जा रही है।
जन सैलाब से घबराई सत्ताधारी पार्टी
बता दे कि रामगोपाल यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘झंडा, बैनर, पोस्टर, होर्डिंग कुछ नहीं लगा सकते. सभा, नुक्कड़ सभा, रोड शो, रैली भी नहीं कर सकते। मीडिया विपक्ष को दिखा नहीं सकती तो क्या अखिलेश की जनसभाओं में उमड़ते जन सैलाब से घबराकर सरकारी पार्टी के अनुकूल सब व्यवस्था की जा रही है। मतदाता साइकिल पहचानता है और साइकिल का बटन ही दबाएगा। सपा के राज्यसभा सदस्य ने अपने ट्वीट के साथ अखिलेश यादव की एक रैली का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें सैंकड़ों की संख्या में लोग दिख रहे हैं। बता दें कि चुनाव आयोग ने शनिवार को उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। निर्वाचन आयोग ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कहा कि 15 जनवरी तक सभी राजनीतिक दलों तथा उम्मीदवारों द्वारा रैली या जनसभा, रोड शो, पद यात्रा, नुक्कड़ सभाओं तथा साइकिल या बाइक रैली जैसे आयोजनों पर 15 जनवरी तक रोक लगा दी है। आयोग ने इसके बाद के हालात को देखते हुए आगे रैलियों को लेकर फैसले की बात कही है।
अखिलेश यादव भी उठा चुके हैं सवाल
गौरतलब हैं कि निर्वाचन आयोग के इस फैसले पर अखिलेश यादव भी इससे पहले सवाल उठा चुके हैं। उनका कहना है कि इससे बीजेपी जैसी धनवान पार्टी को लाभ मिलेगा, जिसकी सोशल मीडियो तथा अन्य ऑनलाइन माध्यमों पर मजबूत पहुंच है। वहीं छोटे व कमजोर दलों को आयोग के इस फैसले से नुकसान होगा।