अखिलेश यादव के स्वागत वाले बयान पर राकेश टिकैत ने दिया ये जवाब
राकेश टिकैत का उनके गाँव में धूमधाम से हुआ स्वागत, चुनाव लड़ने को लेकर कही ये बात
लखनऊ: किसान आंदोलन ख़त्म कर घर लौटे राकेश टिकैत का उनके पैतृक गाँव सिसौली में बड़े ही धूमधाम से स्वागत किया गया, इस दौरान किसान भवन से लेकर राकेश टिकैत के आवास सिसौली को दिवाली की तरह दियो और लाइटों से सजाया गया, इस दौरान जहाँ गाँव में देखो देखो कौन आया शेर आया शेर आया के नारे हर तरफ़ सुनने को मिले, तो वही सिसौली पहुँचने पर राकेश टिकैत ने सबसे पहले किसान भवन पहुँचकर अपने पिता किसान मसीहा स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत की समाधि पर फूल अर्पित किये। जिसके बाद वह अपने घर गए जहाँ घर की महिलाओ ने उनका तिलक कर मुँह मीठा कराकर स्वागत किया। तो वही राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहाँ की वह ना किसी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे और ना ही खुद अकेले चुनाव लड़ेंगे। वही अखिलेश यादव द्वारा राकेश टिकैत के पार्टी में आने या चुनाव लड़ने पर स्वागत वाले बयान पर राकेश टिकैत ने उनका धन्यवाद भी किया।
अजय मिश्रा टेनी को लेकर कही ये बात
वही केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी द्वारा बुधवार को पत्रकारों से की गई बदसलूखी पर राकेश टिकैत ने कहाँ की सरकार को उनके बारे में सोचना चाहिए, क्युकी जवाब तो सरकार को देना है, बेज्ज़ती तो सरकार की हो रही है, सरकार को उनसे इस्तीफ़ा ले लेना चाहिए।सिसौली के निवासी अभिजीत बालियान की मानें तो जैसे प्रभु श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे उसी तरह 1 साल के बाद कानून की लड़ाई जीतने के बाद राकेश टिकैत जी सिसौली आए हैं, वही माहौल है जैसे प्रभु राम के अयोध्या में आने पर दीप जलाकर दिवाली जैसे त्योहार बनाया गया था ऐसे ही सिसौली और क्षेत्र में लोगों ने दिए जलाकर कस्बे को गांव को सजा कर त्यौहार बनाने का काम किया है।
किसान संघर्ष करता है तो वह जीता ही है
ज्योति टिकैत राकेश की छोटी बेटी की मानें तो बहुत खुशी है सभी के मन मे और हमने बहुत अच्छे से डेकोरेट किया अपने घर को, सभी किसान भाई जीतकर घर वापस आ रहे है तो इसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है, हमें पता था किसान संघर्ष करता है तो वह जीता ही है और वो जीत कर ही आए हैं।